गोपालगंज: जल के बिना इस पृथ्वी पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. बिहार में हर साल जलस्तर गिर रहा है. ऐसे में प्राकृतिक जल का दुरुपयोग न हो और इसका सही तरीके से संचय और संरक्षण हो इस पर ध्यान देने की जरूरत है. उक्त बातें गोपालगंज जिले के जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर ने एक प्रेस वार्ता में कही.
जल संरक्षण बहुत जरूरी - डीएम
इस दौरान जिले के डीएम ने कहा कि आज पूरी दुनिया जल संकट से जूझ रही है. आने वाले समय में जल संकट और बढ़ने वाला है. ऐसे में हमारी यह जिम्मेदारी और कर्तव्य है कि जो भी प्राकृतिक जल उपलब्ध है, उसका बेहतर तरीके से संरक्षण और संचय किया जाए. उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए जल अत्यंत महत्वपूर्ण है. हम जल के संरक्षण और संचय कर जल संकट से उबरने में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं.
जल कचहरी का होगा आयोजन
जल संचय के लिए पूरे जिले में हर स्कूल, आंगनबाड़ी और अन्य केंद्रों पर सोख्ता बनाने का अभियान चलाया जा रहा है. ताकि वर्षा के बर्बाद होने वाले जल को सोख्ता के माध्यम से संचय कर उसे फिर से भूगर्भ में पहुंचाया जा सके. जिले के प्रत्येक ग्राम कचहरी में प्रत्येक शनिवार को जल कचहरी का आयोजन किया जाएगा. जल कचहरी में सभी सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य होगी. जिसमें कार्यवृत्त तैयार किया जाएगा. जिलाधिकारी ने पंचायत क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में पंचायत क्षेत्र के सरकारी गड्ढे, तालाब, नहर, पइन आदि जल स्रोतों पर अतिक्रमण करने वाले जल शत्रुओं की सूची तैयार कर ग्राम कचहरी और अंचल भवनों के दीवारों पर अंकित करने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही.
मिशन मोड में किया जाएगा संचालित
इस अभियान के तहत परंपरागत जल स्रोतों को फिर से शुरू किया जाएगा. ग्राउंड वाटर लेवल ऊपर उठाने के लिए जल स्रोतों का निर्माण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि गोपालगंज जिले में इस अभियान को मिशन मोड में संचालित किया जाएगा.
मुखिया होगा जल कचहरी का अध्यक्ष
जल कचहरी का आयोजन ग्राम कचहरी में प्रत्येक शनिवार को किया जाएगा. जल कचहरी का अध्यक्ष ग्राम पंचायत का मुखिया होगा. सरपंच-उपाध्यक्ष, हल्का कर्मचारी-सचिव, नोडल पदाधिकारी-समन्वयक सह प्रेरक और पंचायत के पंच एवं वार्ड इस कचहरी के सदस्य होंगे .