गोपालगंज: जिला समाहरणालय सभागार में नवनिर्वाचित जिला परिषद् सदस्यों ( Newly Elected Zilla Parishad Members ) का शपथ ग्रहण समारोह ( Oath taking ceremony ) आयोजित की गयी थी. जिसमें विभिन्न क्षेत्र संख्या से समाहरणालय सभागार समारोह में पहुंचे जिला पार्षदों ने जिलाधिकारी के समक्ष शपथ ली. इसके बाद सडक जाम के मामले में पुलिस ने एक पार्षद को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद मौके पर अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी.
दरअसल, गोपालगंज जिला समाहरणालय सभागार में आज शपथ ग्रहण समारोह के साथ साथ जिला परिषद् अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने नवनिर्वाचित जिला परिषद सदस्यों को पद एंव गोपनीयता की शपथ दिलाई. जिसमे विजयीपुर प्रखंड के क्षेत्र संख्या 5 के नवनिर्वाचित जिला पार्षद धीरेंद्र कुशवाहा भी उपस्थित हुए थे, लेकिन इसके पूर्व ही पुलिस उनकी गिरफ़्तारी की टोह में लगी हुई थी.
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बताया जाता है कि जैसे ही धीरेन्द्र सभागार से बाहर निकले, तभी मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें धर दबोचा. जब उन्होंने मौजूद पुलिस कर्मी से अपनी गिरफ्तारी का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि सडक जाम मामले में आपकी गिरफ्तारी हुई है.
बता दें कि बीते 23 अक्टूबर को विजयीपुर थाना क्षेत्र के कुटिया घाट में एक आभूषण दुकान में घुस कर 20 लाख रुपये की लूट से लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया था. आक्रोशित लोगों ने माले नेता जितेंद्र पासवान के नेतृत्व में इस घटना के विरोध में 28 अक्टूबर को मुसेहरी बाजार में सड़क जाम कर धरना प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गयी थी. दो घंटे तक सड़क जाम किए जाने से सड़क की दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई.
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बाद में डीएसपी नरेश कुमार के समझाने पर लोग शांत हो गए थे. जिसके बाद जिला प्रशासन के आदेश पर विजयीपुर थाना में माले नेता जितेंद्र पासवान और धीरेंद्र कुशवाहा को मुख्य अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
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