गोपालगंज: सदर प्रखंड के हजियापुर मोहल्ला में मुस्लिम महिला इस बार लोकआस्था का महापर्व छठ पूजा श्रद्धा और भक्ति भाव से मना (gopalganj Muslim women perform Chhath ) रही है. अपने आंगन में गेहूं साफ कर छठ की मधुर गीत गुनगुनाते हुए नजर आ रही है. इससे साबित हाे जाता है कि लोक आस्था का महापर्व जाति और धर्म जैसे दायरों से परे है. गोपालगंज शहर के हजियापुर निवासी रेहाना खातून समेत चार मुस्लिम महिला इस बार छठ पूजा कर रहीं हैं.
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मन्नत हुई पूरीः शुक्रवार काे नहाय खाये से शुरू हुए इस पर्व में रेहाना और उनके साथ अन्य महिला गेहूं साफ कर छठ पूजा की गीत गुनगुनाते हुए भक्ति भाव से छठी मईया की पूजा करने के लिए आतुर है. इस संदर्भ में इस्तेहार अली की पत्नी रेहाना ख़ातून ने कहा कि रहने को घर नही था. तब पिछले वर्ष लोगों को छठ पूजा करने के लिए जा रहे लोगो को देखकर आंचल फैलाकर छठी मईया से मन्नत मांगी थी कि मेरा घर बन जायेगा तो मैं भी दो वर्षों तक छठ पर्व करूंगी. जिसका नतीजा यह हुआ कि मेरा घर बन गया मन्नत पूरी हो गई.
हिन्दू महिला सहयोग करतीः रेहाना ने कहा कि छठ पर्व की तैयारी में उनका पति और आस पास के लोगों का सहयोग मिल रहा है. हिन्दू महिला सहयोग करती है. पति ने पैसे दिया तो बाजार से सभी सामान कपड़ा खरीद कर लायी है. वही शेरू मियां के पत्नी जोहड़ा ख़ातून ने बताया कि उसने भी अपने घर के लिए मन्नत मांग कर छठ कर रही हूं. उसे विश्वास है कि उसकी भी मन्नत पूरी होगी.
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बेटे की मांगी थी मन्नतः वहीं साहेब हुसैन के पत्नी गुड़िया ख़ातून भी बाहर से छठ करने के लिए आ रही है. उसने भी मन्नत मांगी थी कि बेटा होगा तो छठ करेंगे और मन्नत पूरी हुई. इसलिए पूरे विधि-विधान के साथ छठ पूजा कर रहीं हैं. वहीं हजियापुर गांव की रहनेवाली मलिका खातून ने बताया कि यहां पर कई ऐसे परिवार हैं, जो छठ पूजा पहले से करते आ रहे हैं. विधि-विधान के साथ बाजार से दउरा, सूपा, मिट्टी के कलश समेत अन्य सामग्रियों की खरीदारी कर ली गयी है.