गोपालगंजः चनावे मंडल कारागार में हत्या की सजा काट रहे बन्दी ने ब्लेड से गला काट कर आत्महत्या की कोशिश की है. जेल प्रशासन ने उसे तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है.जहां डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है. जख्मी कैदी जिले के बरौली थाना क्षेत्र के महम्मदपुर गांव निवासी धर्म देव मांझी के बेटा इंद्रजीत मांझी है. पिछले तीन साल से जेल में बंद है. बताया जा रहा है कि बेल नहीं मिलने के कारण परेशान था. उसकी पत्नी और बेटा भी जेल में है.
इसे भी पढ़ेंः जेल में बंद हत्या के आरोपी ने IIT-JAM में हासिल किया 54वां स्थान
प्रेम प्रसंग में हत्या: इंद्रजीत के परिजन ने बताया कि इंद्रदेव मांझी की बेटी का उसी गांव के एक युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. इंद्रजीत लड़के के घर पर पहुंचकर बेटी के बारे में जानकारी ले रहा था. इस बीच उसके परिजनों के साथ विवाद शुरू हो गया. नौबत मारपीट तक पहुंच गयी. इस घटना में लड़का का चाचा बुरी तरह जख़्मी हो गया. बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
इसे भी पढ़ेंः गोपालगंज में फांसी के फंदे से झूलता मिला महिला का शव, मायके वालों ने लगाया हत्या का आरोप
बेल नहीं मिलने से तनाव में थाः पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इंद्रजीत, उसका बेटा और पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. तीन साल जेल में बंद है. मामले में पैरवी करने वाला घर में कोई नहीं है. इस वजह से बेल नहीं मिलने के कारण वह काफी परेशान रहने लगा. आखिरकार ब्लेड से गला काट कर आत्महत्या करने की कोशिश की. लेकिन समय रहते मौके पर मौजूद अन्य बंदियों ने उसे बचा लिया. पुलिस ने उसे तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा.
"इंद्रजीत के केस में काेई पैरवीकार नहीं है. बेटा भी जेल में है. तीन साल से जेल में ही है. बेल नहीं हो पाने के कारण काफी तनाव में रह रहे थे"-परिजन