गोपालगंजः बिहार में अवैध शराब कारोबार (Illegal Liquor Business) का आलम ये है कि धंधेबाज अब एंबुलेंस का इस्तेमाल कर शराब ढो रहे हैं. गोपालगंज से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां वाहन जांच के दौरान पुलिस ने एंबुलेंस से भारी मात्रा में शराब बरामद किया है. हालांकि, एंबुलेंस चालक मौके से भागने में सफल रहा है.
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दरअसल, कुचायकोट थाना क्षेत्र के बल्थरी चेक पोस्ट के रास्ते एक एंबुलेंस सायरन बजाते हुए तेजी से गुजर रही थी. सभी को लग रहा था कि एंबुलेंस में मरीज है. जाहिर है एंबुलेंस मरीजों को ढोने के काम में ही इस्तेमाल किया जाता है. किसे पता था कि एंबुलेंस में मरीज की जगह शराब ढोए जा सकते हैं.
इसका खुलासा तब हुआ जब रात के वक्त बिहार-यूपी की सीमा के पास बल्थरी चेक पोस्ट पर वाहन जांच कर रही पुलिस की नजर तेज रफ्तार से गुजर रही एंबुलेंस पर पड़ी. शक होने पर पुलिस ने जब एंबुलेंस का पीछा किया तो आगे चलकर एंबुलेंस ड्राइवर गाड़ी छोड़कर फरार हो गया. इसके बाद पुलिस ने जब गाड़ी की तलाशी ली तो हरियाणा निर्मित 1074 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गई.
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पुलिस ने बताया कि रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए शराब को मुजफ्फरपुर पहुंचाने की शराब तस्करों की योजना थी. पुलिस को कार्टन में करीब तीन हजार शराब की बोतलें मिली हैं. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर एंबुलेंस मालिक और तस्कर की तलाश शुरू कर दी गई है.
बता दें कि शराब की तस्करी के लिए तस्कर नए-नए तरीके अपना रहे हैं. एंबुलेंस से तस्करी भी इसी का एक नया तरीका है. बता दें कि एंबुलेंस के जरिए शराब तस्करी करने का बड़ा फायदा यह है कि पुलिस भी शक नहीं कर पाती है कि एंबुलेंस से मरीज की जगह शराब ढोए जा सकते हैं. बहरहाल, सूबे में शराबबंदी कानून को लेकर सख्ती लगातार बढ़ाई जा रही है.