गोपालगंज: एक ओर जहां देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जिले के हथुआ अनुमण्डल कार्यालय में सालों से कर्मी और आम लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. जिसके कारण पीएम मोदी का स्वच्छता मिशन जमीनी स्तर पर ठीक से काम नहीं कर पा रहा है.
![hathua subdivision office](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-gpj-01-toiletfreesubdivisionoffice-pkg-7202656_30102019165038_3010f_1572434438_947.jpg)
शौचालय की कमी से जूझ रहे अधिकारी
जिले के हथुआ अनुमंडल कार्यालय का उदघाटन 22 सितंबर 1991 को सबेया में हुआ था. जिसके बाद साल 1998 में हथुआ में इसको स्थानांतरित कर दिया गया. उस समय यहां कर्मियों और आम लोगों के लिए पीने के पानी के साथ साथ 4 शौचालयों का निर्माण करावाया गया. लेकिन कुछ साल बाद ही यहां के शौचालय बदहाल हो गए. 2 हैण्ड पम्प लगे थे वो भी खराब हो गए. जिसके बाद इसकी मरम्मत के लिए कोई पहल नहीं की गई.
अधिकारियों और लोगों को हो ही परेशानी
वर्तमान में कर्मियों और आम लोगों के लिए बने शौचालय में चारों ओर से झाड़ियां उग आई है और जिनपर ताले लटका दिये गये हैं. ऐसे में लोग और अनुमंडल अधिकारी खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं. यहां अनुमण्डल पदाधिकारी विभाग सहित 5 विभागों के दफ्तर और भी हैं. ऐसे में रोजाना हजारों लोगों, कर्मचारियों और अधिकरियों का आवागमन होता रहता है. कुछ अधिकारियों के चेम्बर में शौचालय है, तो कुछ अधिकारियों के पास चेम्बर में शौचालय का अभाव है. बावजूद आज तक शौचालय की व्यवस्था सुदृढ नहीं हो पाई है.
![hathua subdivision office](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-gpj-01-toiletfreesubdivisionoffice-pkg-7202656_30102019165038_3010f_1572434438_452.jpg)
प्रशासन नहीं कर रही कार्रवाई
बार एशोसिएशन के अध्यक्ष योगेश्वरी पांडेय ने बताया कि सरकार की व्यवस्था के अनुसार हर व्यक्ति को शौचालय उपलब्ध कराना है. लेकिन हथुआ अनुमण्डल में आज तक शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई. उन्होंने कहा कि कई बार इसके लिए आवेदन भी दिए गए. लेकिन इसको लेकर प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. वहीं इस संदर्भ में अनुमण्डल पदाधिकारी अनिल कुमार रमण ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि शौचलय नहीं होने से अधिकारी सहित आम जनता भी परेशान हो रही है. वहीं पीएम मोदी की ओर से चलाया गया स्वच्छता मिशन इन कारणों से फेल होता नजर आ रहा है.