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यहां के कर्मचारी खुले में शौच करने को मजबूर

बार एशोसिएशन के अध्यक्ष योगेश्वरी पांडेय ने बताया कि सरकार की व्यवस्था के अनुसार हर व्यक्ति को शौचालय उपलब्ध कराना है. लेकिन हथुआ अनुमण्डल में आज तक शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई.

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Published : Nov 4, 2019, 2:49 PM IST

गोपालगंज के हथुआ उपखंड कार्यालय में शौचालय का अभाव

गोपालगंज: एक ओर जहां देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जिले के हथुआ अनुमण्डल कार्यालय में सालों से कर्मी और आम लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. जिसके कारण पीएम मोदी का स्वच्छता मिशन जमीनी स्तर पर ठीक से काम नहीं कर पा रहा है.

hathua subdivision office
शौचालय में लगा है ताला

शौचालय की कमी से जूझ रहे अधिकारी
जिले के हथुआ अनुमंडल कार्यालय का उदघाटन 22 सितंबर 1991 को सबेया में हुआ था. जिसके बाद साल 1998 में हथुआ में इसको स्थानांतरित कर दिया गया. उस समय यहां कर्मियों और आम लोगों के लिए पीने के पानी के साथ साथ 4 शौचालयों का निर्माण करावाया गया. लेकिन कुछ साल बाद ही यहां के शौचालय बदहाल हो गए. 2 हैण्ड पम्प लगे थे वो भी खराब हो गए. जिसके बाद इसकी मरम्मत के लिए कोई पहल नहीं की गई.

स्वच्छ भारत मिशन पर उठा सवाल

अधिकारियों और लोगों को हो ही परेशानी
वर्तमान में कर्मियों और आम लोगों के लिए बने शौचालय में चारों ओर से झाड़ियां उग आई है और जिनपर ताले लटका दिये गये हैं. ऐसे में लोग और अनुमंडल अधिकारी खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं. यहां अनुमण्डल पदाधिकारी विभाग सहित 5 विभागों के दफ्तर और भी हैं. ऐसे में रोजाना हजारों लोगों, कर्मचारियों और अधिकरियों का आवागमन होता रहता है. कुछ अधिकारियों के चेम्बर में शौचालय है, तो कुछ अधिकारियों के पास चेम्बर में शौचालय का अभाव है. बावजूद आज तक शौचालय की व्यवस्था सुदृढ नहीं हो पाई है.

hathua subdivision office
अनुमंडल कार्यालय में शौचालय की कमी

प्रशासन नहीं कर रही कार्रवाई
बार एशोसिएशन के अध्यक्ष योगेश्वरी पांडेय ने बताया कि सरकार की व्यवस्था के अनुसार हर व्यक्ति को शौचालय उपलब्ध कराना है. लेकिन हथुआ अनुमण्डल में आज तक शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई. उन्होंने कहा कि कई बार इसके लिए आवेदन भी दिए गए. लेकिन इसको लेकर प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. वहीं इस संदर्भ में अनुमण्डल पदाधिकारी अनिल कुमार रमण ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि शौचलय नहीं होने से अधिकारी सहित आम जनता भी परेशान हो रही है. वहीं पीएम मोदी की ओर से चलाया गया स्वच्छता मिशन इन कारणों से फेल होता नजर आ रहा है.

गोपालगंज: एक ओर जहां देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जिले के हथुआ अनुमण्डल कार्यालय में सालों से कर्मी और आम लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं. जिसके कारण पीएम मोदी का स्वच्छता मिशन जमीनी स्तर पर ठीक से काम नहीं कर पा रहा है.

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शौचालय में लगा है ताला

शौचालय की कमी से जूझ रहे अधिकारी
जिले के हथुआ अनुमंडल कार्यालय का उदघाटन 22 सितंबर 1991 को सबेया में हुआ था. जिसके बाद साल 1998 में हथुआ में इसको स्थानांतरित कर दिया गया. उस समय यहां कर्मियों और आम लोगों के लिए पीने के पानी के साथ साथ 4 शौचालयों का निर्माण करावाया गया. लेकिन कुछ साल बाद ही यहां के शौचालय बदहाल हो गए. 2 हैण्ड पम्प लगे थे वो भी खराब हो गए. जिसके बाद इसकी मरम्मत के लिए कोई पहल नहीं की गई.

स्वच्छ भारत मिशन पर उठा सवाल

अधिकारियों और लोगों को हो ही परेशानी
वर्तमान में कर्मियों और आम लोगों के लिए बने शौचालय में चारों ओर से झाड़ियां उग आई है और जिनपर ताले लटका दिये गये हैं. ऐसे में लोग और अनुमंडल अधिकारी खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं. यहां अनुमण्डल पदाधिकारी विभाग सहित 5 विभागों के दफ्तर और भी हैं. ऐसे में रोजाना हजारों लोगों, कर्मचारियों और अधिकरियों का आवागमन होता रहता है. कुछ अधिकारियों के चेम्बर में शौचालय है, तो कुछ अधिकारियों के पास चेम्बर में शौचालय का अभाव है. बावजूद आज तक शौचालय की व्यवस्था सुदृढ नहीं हो पाई है.

hathua subdivision office
अनुमंडल कार्यालय में शौचालय की कमी

प्रशासन नहीं कर रही कार्रवाई
बार एशोसिएशन के अध्यक्ष योगेश्वरी पांडेय ने बताया कि सरकार की व्यवस्था के अनुसार हर व्यक्ति को शौचालय उपलब्ध कराना है. लेकिन हथुआ अनुमण्डल में आज तक शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई. उन्होंने कहा कि कई बार इसके लिए आवेदन भी दिए गए. लेकिन इसको लेकर प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. वहीं इस संदर्भ में अनुमण्डल पदाधिकारी अनिल कुमार रमण ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि शौचलय नहीं होने से अधिकारी सहित आम जनता भी परेशान हो रही है. वहीं पीएम मोदी की ओर से चलाया गया स्वच्छता मिशन इन कारणों से फेल होता नजर आ रहा है.

Intro:एक ओर जहाँ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत का सपना संजोए है और लोहिया स्वच्छता मिशन के तहत घर घर शौचालय निर्माण कराई जा रही है। वही दूसरी ओर गोपालगंज जिले के हथुआ अनुमण्डल कार्यालय में वर्षो से कर्मी व आम लोग खुले में शौच करने को बाध्य होते है। जिसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद मोदी का सपना टूटता हुआ नजर आता है।





Body:जानकारों के माने तो हथुआ अनुमंडल कार्यालय का उदघाटन 22 सितंबर 1991 को सबेया में हुआ था। जिसके बाद वर्ष 1998 में हथुआ में स्थानांतरित हुआ। तब यहाँ कर्मियों व आम लोगो के लिए पीने के पानी के साथ साथ चार शौचालय का निर्माण कराया गया। लेकिन कुछ वर्ष बाद ही यहां के शौचालय बदहाल हो गए दो चापाकल लगे थे वे भी खराब हो गए। लेकिन इसकी मरम्मती के लिए किसी ने कोई पहल नही की। वर्तमान में कर्मियों व आम लोगो के लिए बने शौचालय में चारो ओर से झाड़ियां उग आए है और ताले लटक गई है। ऐसे में लोग मजबूरन खुले में शौच करने के बाध्य होते है। यहां अनुमण्डल पदाधिकारी व न्यायालय कार्यालय,कार्यपालक दंडाधिकारी व न्यायालय, उप समाहर्ता भूमि सुधार व न्यायालय, लोक शिकायत निवारण व न्यायालय समेत कई विभागों का दफ्तर है। ऐसे में रोजाना हजारों लोगों व कर्मचारियों व अधिकरियों का आवागमन होता है। कुछ अधिकारी के चेम्बर में शौचालय है, तो कुछ अधिकारियों के भी चेम्बर शौचालय का अभाव है। बावजूद आज तक शौचालय की व्यवस्था सुदृढ नही हो पाई । इस संदर्भ में बार एशोसिएशन के अध्यक्ष योगेश्वरी पांडेय ने बताया कि सरकार के व्यवस्था के अनुसार हर व्यक्ति को शौचालय उपलब्ध कराना है लेकिन हथुआ अनुमण्डल में आज तक शौचालय की व्यवस्था नही की गई। कई बार इसके लिए आवाज उठाई गई लेकिन इसपर पहल करने की।कोशिश किसी ने नही की। वही इस संदर्भ में जब हमने अनुमण्डल पदाधिकारी अनिल कुमार रमण से बात की तो उन्होंने इस संदर्भ में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।।







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