गोपालगंज: कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में हड़कंप मचा हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉक डाउन की घोषणा की. बस, ट्रेन और फ्लाईट सेवाएं बारी-बारी से रद्द कर दी गई. जिसके बाद लोग जहां-तहां कैद हो गए. सबसे ज्यादा परेशानी राज्य से बाहर काम करने वाले मजदूरों को झेलनी पड़ी.
दिल्ली में रहने-खाने की मुसीबत
लॉक डाउन के कारण बिहार के कई मजदूर दिल्ली में कैद हो गए. जिसके बाद वे ठेले के सहारे शुक्रवार को गोपालगंज पहुंचे. जानकारी के मुताबिक मधेपुरा जिले के निवासी मजदूर दिल्ली में मजदूरी किया करते थे. लेकिन, लॉक डाउन के कारण उन्हें रहने-खाने की आफत हो गई. ऐसे में इन मजदूरों के सामने घर लौटना ही एकमात्र विकल्प था.
लगा 3 दिनों का समय
दिल्ली से ठेले पर सवार होकर 10 मजदूर मधेपुरा के लिए निकल पड़े. दिन-रात चलने के बाद ये मजदूर तीसरे दिन गोपालगंज पहुंचे. वहीं, ईटीवी भारत की टीम को जब इन मजदूरों से पूछा तो उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई. मौके पर तैनात पुलिस ने इन मजदूरों से पूछताछ की और बाद में इन्हें जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
बिहार में कोरोना के 9 पॉजिटिव मामले
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है. दिनों दिन मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. बिहार में कोरोना वायरस के 9 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. जिसमें से 1 की मौत हो गई है. अन्य 8 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं.