गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में पांच मोर का शिकार (Peacock hunting in Gopalganj) किया गया है. यहां भोरे थाना क्षेत्र के इमिलिया गांव के पास स्थित स्याही नदी के किनारे एकसाथ पांच मोर के शव बरामद किए (Dead Body Of Five Peacocks In Gopalganj) गए. मृत मोरों के खूबसूरत पंख निकाल लिए गए थे. घटना की जानकारी मिलते ही डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी (DM Dr Naval Kishore Chowdhary) ने जांच के आदेश दिए हैं.
यह भी पढ़ें: दुनिया का सबसे ज्यादा शिकार होनेवाला जानवर रेंगता हुआ पहुंचा रोहतास
स्याही नदी से लगे जंगल में मिले मोर के शव: जानकारी के मुताबिक भोरे थाना क्षेत्र के स्याही नदी से लगे जंगलों में काफी संख्या में मोर रहते हैं. इसी जंगल के पास स्थानीय ग्रामीणों ने पांच मोर के शव देखें और उनके शवों को बाहर निकालकर गांव ले आए. जगंल के अंदर और मोर के शिकार किए जाने की आशंका है. राष्ट्रीय पक्षी मोर को शिकार किए जाने की खबर से पूरे इलाके में हड़कंप मच गई. घटना की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग और स्थानीय पुलिस को दी.
ये भी पढ़ें: आदमखोर नहीं लोगों पर अटैक करने वाला बाघ, टेरिटरी तलाशने के चक्कर में बदल रहा ठिकाना!
वन विभाग की टीम पहुंची, जांच के आदेश: वन विभाग के रेंजर राजकुमार प्रसाद और डॉक्टरों की टीम ने शिकार किए गए सभी मोर को बरामद कर पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इधर, डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं. भोरे प्रखंड से होकर गुजरने वाली स्याही नदी के किनारे जंगलों में बड़ी संख्या में मोर रहते हैं. प्रखंड की डूमर नरेंद्र और बगहवां मिश्र पंचायत क्षेत्र में इन्हें देखा जा सकता है. इन पर शिकारियों की भी नजर रहती है.
मोर के पंख की कीमत 45 हजार तक: यूं तो राष्ट्रीय पक्षी मोर संरक्षित श्रेणी का पक्षी है. लेकिन कुछ लोग निजी स्वार्थ के चक्कर में मोर का शिकार करने लगे हैं. इनके खूबसूरत पंखों के लिए इनका शिकार किया जाता है. मोर की पंखों की कीमत की बात करें तो ऑनलाइन भी इसकी खरीद-बिक्री होती है. कुछ प्रमुख शॉपिंग साइट्स पर मोर की पांच पंखों की कीमत 45 हजार रुपये तक है.