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ऑनलाइन दाखिल खारिज में गोपालगंज सदर ने मारी बाजी, निचले पायदान पर रहा सिधवलिया अंचल - online filing case

गोपालगंज में दाखिल खारिज मामले में सदर अंचल ने बाजी मारी है. जबकि, सिधवलिया अंचल पर निचले पायदान पर रहा है. अब तक कुल 14 हजार 6 सौ 17 आवेदन प्राप्त हुए थे. जिसमें 14 हजार 1सौ 87 आवेदनों का निष्पादन किया गया है.

filing case
दाखिल खारिज
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Published : Jan 23, 2021, 1:03 PM IST

गोपालगंज: ऑनलाइन दाखिल खारिज के मामले में सदर प्रखंड अंचल कार्यालय ने इस बार बाजी मारी है. गोपालगंज सदर ने एक नंबर प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. वहीं, सबसे निचले पायदान पर जिले के सिधवलिया अंचल कार्यालय रहा. सदर सीओ के माने तो कर्मचारियों में तालमेल अथक प्रयास और मेहनत की बदौलत यह सफलता मिली है.

online filing case
गोपालगंज सदर
सरकारी व्यवस्ता हो रही आधुनिक
दरअसल, बिहार में सरकारी व्यवस्था अब मॉडर्न हो रही है. सूबे में दाखिल खारिज प्रक्रिया ऑनलाइन होने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं. कुल 534 अंचलों में 97.6 फीसदी दाखिल खारिज कर जिले के सदर प्रखंड का अंचल कार्यालय नें नंबर वन पोजीशन प्राप्त किया है. वहीं, 73 फीसदी दाखिल खारिज कर सिधवलिया अंचल कार्यालय निचले पायदान पर है. जबकि, पूरे बिहार में दाखिल खारिज मामले में गोपालगंज जिला नौवें पायदान पर है.
filing case
ऑनलाइन दाखिल खारिज

'गोपालगंज में अब तक 14 हजार 6 सौ 17 आवेदन प्राप्त हुए थे. जिसमें 14 हजार 1सौ 87 आवेदनों का निष्पादन किया गया है. थावे अंचल की तो यह अंचल 3 हजार 9 सौ 71 प्राप्त आवेदनों में 95.3 फीसदी निष्पादन कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है. फुलवरिया अंचल कार्यालय 3 हजार 9 सौ 16 आवेदनों में से 93.34 फीसदी निष्पादन कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है. जबकि, सिधवलिया अंचल ने महज 73 फीसदी ही दाखिल खारिज का निष्पादन कर सबसे निचले पायदान पर है.'- विजय कुमार, सीओ

पढे़ं: गोपालगंज: सड़क सुरक्षा समिति की बैठक, सांसद और डीएम ने दिए कई निर्देश

इस संदर्भ में सदर सीओ विजय कुमार ने कहा कि भूमि विवाद को बढ़ता देख यह कार्य किया जा रहा है. सरकार द्वारा दाखिल खारिज मामले में बहुत जोर दिया जा रहा है. हम लोग बहुत तेजी से दाखिल खारिज मामलों का निष्पादन में लगे हुए हैं. यह आम लोगों के जनहित से जुड़ा हुआ मामला है, किसी को कोई परेशानी ना हो. इस कार्य में हम लोग सतत लगे हुए हैं.

'सुबह 8 बजे से हार्ड वर्क कर के काम करते हैं. प्रतिदिन दाखिल खारिज का डिस्पोजल होता है. 40 आवेदन प्रतिदिन प्राप्त होते हैं और सभी का निष्पादन भी प्रतिदिन कर दिया जाता है.'- उज्जवल कुमार, आईटी असिस्टेंट

ज्ञातव्य हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भूमि विवाद को कम करने के लिए ऑनलाइन दाखिल खारिज की प्रक्रिया में तेजी लाने का आदेश दिया था ताकि जो भी जमीन विवाद है उसका निपटारा हो सके.

गोपालगंज: ऑनलाइन दाखिल खारिज के मामले में सदर प्रखंड अंचल कार्यालय ने इस बार बाजी मारी है. गोपालगंज सदर ने एक नंबर प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. वहीं, सबसे निचले पायदान पर जिले के सिधवलिया अंचल कार्यालय रहा. सदर सीओ के माने तो कर्मचारियों में तालमेल अथक प्रयास और मेहनत की बदौलत यह सफलता मिली है.

online filing case
गोपालगंज सदर
सरकारी व्यवस्ता हो रही आधुनिक
दरअसल, बिहार में सरकारी व्यवस्था अब मॉडर्न हो रही है. सूबे में दाखिल खारिज प्रक्रिया ऑनलाइन होने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं. कुल 534 अंचलों में 97.6 फीसदी दाखिल खारिज कर जिले के सदर प्रखंड का अंचल कार्यालय नें नंबर वन पोजीशन प्राप्त किया है. वहीं, 73 फीसदी दाखिल खारिज कर सिधवलिया अंचल कार्यालय निचले पायदान पर है. जबकि, पूरे बिहार में दाखिल खारिज मामले में गोपालगंज जिला नौवें पायदान पर है.
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ऑनलाइन दाखिल खारिज

'गोपालगंज में अब तक 14 हजार 6 सौ 17 आवेदन प्राप्त हुए थे. जिसमें 14 हजार 1सौ 87 आवेदनों का निष्पादन किया गया है. थावे अंचल की तो यह अंचल 3 हजार 9 सौ 71 प्राप्त आवेदनों में 95.3 फीसदी निष्पादन कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है. फुलवरिया अंचल कार्यालय 3 हजार 9 सौ 16 आवेदनों में से 93.34 फीसदी निष्पादन कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है. जबकि, सिधवलिया अंचल ने महज 73 फीसदी ही दाखिल खारिज का निष्पादन कर सबसे निचले पायदान पर है.'- विजय कुमार, सीओ

पढे़ं: गोपालगंज: सड़क सुरक्षा समिति की बैठक, सांसद और डीएम ने दिए कई निर्देश

इस संदर्भ में सदर सीओ विजय कुमार ने कहा कि भूमि विवाद को बढ़ता देख यह कार्य किया जा रहा है. सरकार द्वारा दाखिल खारिज मामले में बहुत जोर दिया जा रहा है. हम लोग बहुत तेजी से दाखिल खारिज मामलों का निष्पादन में लगे हुए हैं. यह आम लोगों के जनहित से जुड़ा हुआ मामला है, किसी को कोई परेशानी ना हो. इस कार्य में हम लोग सतत लगे हुए हैं.

'सुबह 8 बजे से हार्ड वर्क कर के काम करते हैं. प्रतिदिन दाखिल खारिज का डिस्पोजल होता है. 40 आवेदन प्रतिदिन प्राप्त होते हैं और सभी का निष्पादन भी प्रतिदिन कर दिया जाता है.'- उज्जवल कुमार, आईटी असिस्टेंट

ज्ञातव्य हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भूमि विवाद को कम करने के लिए ऑनलाइन दाखिल खारिज की प्रक्रिया में तेजी लाने का आदेश दिया था ताकि जो भी जमीन विवाद है उसका निपटारा हो सके.

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