गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज के समाहरणालय सभागार (Gopalganj Collectorate Auditorium) में आईसीडीएस द्वारा पोषण मेला (Nutrition Fair in Gopalganj) का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी और पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने किया. इस दौरान जिलाधिकारी ने पोषण मेला में विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और जानकारी ली.
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कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने कहा, 'पोषण हर किसी के लिए आवश्यक है. देश के हर नागरिक को यह अधिकार है कि वह सुपोषित हो. इसके लिए जन जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित होते रहने चाहिए.' बता दें कि पोषण माह पोषण वाटिका, योग और आयुष थीम पर आयोजित किया गया है. इस दौरान गंभीर रूप से कुपोषण के शिकार बच्चों की पहचान और उनके बीच पौष्टिक भोजन किट का वितरण किया गया.
"बच्चों में दुबलापन और महिलाओं व बच्चों में एनीमिया हमारे लिए चुनौती है. इसमें सुधार लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. पोषण माह एक बेहतर अवसर है जब हम सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को पोषण के प्रति जागरूक कर सकते हैं. एनीमिया की समस्या कम करने के लिहाज से उचित पोषण का विशेष महत्व है. सभी लाभार्थियों को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ देना सुनिश्चित किया जाएगा."- डॉ नवल किशोर चौधरी, जिलाधिकारी, गोपालगंज
आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं द्वारा पोषण के प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से मेहंदी प्रतियोगिता और स्लोगन लेखन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने स्लोगन लिखकर आमजनों को जागरूकता का संदेश दिया. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर पोषण रथ को रवाना किया. पोषण रथ विभिन्न गली-मुहल्ले में जाकर ऑडियो के माध्यम से पोषण के प्रति लोगों को जागरूक करेगा.
इस मौके पर आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा रंगोली बनाया गया था, जिसका अवलोकन जिलाधिकारी ने किया. आईसीडीएस के डीपीओ शम्स जावेद अंसारी ने कहा, 'कुपोषण को दूर करने के लिए पोषण के पांच सूत्र (सुनहरा 1000 दिन, डायरिया प्रबंधन, पौष्टिक आहार, स्वच्छता एवं साफ-सफाई और एनिमिया प्रबंधन) तैयार किये गये हैं. इन सूत्रों से कुपोषण पर लगाम लगाने की तैयारी की गई है.'
"जिले के सभी प्रखंडों के आंगनबाड़ी केंद्रों में रंगोली बनाकर, पोषण वाटिका और रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इस दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करना है. पोषण माह का मुख्य उद्देश्य देश के बच्चों, किशोरों एवं महिलाओं को कुपोषण मुक्त, स्वस्थ और मजबूत बनाना है."- शम्स जावेद अंसारी, डीपीओ, आईसीडीएस
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