गोपालगंज: बिहार में बीजेपी से अलग होकर राजद से गठबंधन कर सरकार बनाने को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ भाजपा नेताओं ने एक दिवसीय धरना देकर अपनी आवाज बुलंद की. इसी क्रम में गोपालगंज के अंबेडकर चौक पर धरना पर बैठे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जनादेश से विश्वासघात करने का आरोप लगाया. धरना में पूर्व मंत्री जनक राम, विधायक, एमएलसी समेत बड़ी संख्या में बीजेपी नेता शामिल हुए. इस दौरान पूर्व मंत्री जनक राम ने सीएम नीतीश कुमार और जदयू पर निशाना साधते (Former Minister Janak Ram Attacked CM Nitish Kumar) हुए कहा कि यह दुर्भाग्य है कि एक बार फिर नीतीश कुमार ने पलटी मार मार दी.
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'जिसने उन्हें कभी कुर्सी कुमार, पलटू राम, बेशर्म, घटिया तक कहा था, उसके साथ सरकार बना लिए. बिहार में लिट्टी चोखा तो चलता ही है लेकिन बिहार में नीतीश कुमार धोखा देने में भी माहिर है. नीतीश कुमार की सुशासन की सरकार की नींव एनडीए और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में पड़ा था. बिहार के साथ फिर एक बार कुचक्र चला गया है. जिसे भाजपा होने नहीं देगी.' - जनक राम, पूर्व मंत्री
जनक राम ने सीएम नीतीश पर बोला हमला : वहीं जिलाध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि बिहार की जनता ने जो जनादेश दिया था उसे क्षुद्र स्वार्थ के लिये वैसे भ्र्ष्टाचारियो के गोद मे नीतीश कुमार बैठ गए हैं, जिन पर वो कभी निशाना साधते थे. बता दें कि बीजेपी के नेता सीएम नीतीश कुमार पर बिहार की जनता के मेंडेट के सात विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए, पूरे राज्य में जनादेश से विश्वासघात दिवस मनाते हुए धरने पर बैठे. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की राजनीति में बड़ा उलट फेर कर दिया है. वह एक झटके में एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन का हिस्सा बन गए हैं.
CM नीतीश पर बीजेपी ने लगाया विश्वासघात का आरोप : इतना ही नहीं सीएम नीतीश कुमार राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र (Letter of support of 164 MLAs to the Governor) सौंप कर महागठबंधन की सरकार भी बना ली है. ये बात अब उनकी पुराने साथी एनडीए को पसंद नहीं आ रही है. भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) अब इसे नीतीश कुमार का धोखा करार दे रही है. इसी मुद्दे को लेकर भाजपा के कार्यकर्ता नई सरकार के खिलाफ 'जनादेश से विश्वासघात दिवस' मनाते हुए धरना पर बैठे.