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गोपालगंजः नेपाल से लगातार छोड़ा जा रहा पानी, करीब 25 हजार की आबादी हो रही प्रभावित - बाढ़ के पानी से 52 गांव के 25 हजार की आबादी प्रभावित

डक की जलधारा निचले इलाके में तेजी से फैलने लगा है. जिससे 6 प्रखंडों के 52 गांव की 25 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. बाढ़ के पानी में फंसे लोग अपने गांव घर छोड़कर पलायन करने लगे है. कुछ सड़कों पर अपने समान के साथ गुजर कर रहे है. तो वहीं अधिकांश लोग बाढ़ के पानी के बीच में अपने घरों में कैद हैं.

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Published : Jul 15, 2020, 8:56 AM IST

गोपालगंजः वाल्मीकि नगर बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से जिले के छः प्रखंडों के 52 गांव के 25 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. इन गांव में बाढ़ का पानी तेजी से फैलने के कारण लोगों की समस्याएं बढ़ने लगी है. कुछ लोग गांव छोड़ कर पलायन करते हैं, तो अधिकांश लोग आज भी बाढ़ के पानी के बीच गुजर बसर कर रहे हैं. हलांकि इन लोगों के पास अभी तक प्रशासनिक सुविधाएं नहीं पहुंच पाई है.

गंडक नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि
दरअसल वाल्मीकि नगर बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे गंडक नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण दियारा इलाके के लोगों की चिंता और बढ़ गई है. खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर बहने के कारण प्रशासनिक स्तर पर हाई अलर्ट जारी है.

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गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

पानी से 52 गांव की 25 हजार की आबादी प्रभावित
वहीं, गंडक की जलधारा निचले इलाके में तेजी से फैलने लगा है. जिससे 6 प्रखंडों के 52 गांव की 25 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. बाढ़ के पानी में फंसे लोग अपने गांव घर छोड़कर पलायन करने लगे है. कुछ सड़कों पर अपने समान के साथ गुजर कर रहे है. तो वहीं अधिकांश लोग बाढ़ के पानी के बीच में अपने घरों में कैद है. पानी के कारण उनके घर का अनाज व कपड़े जरूरी कागजात सभी भींग जा रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

गांव के लोग हो रहे परेशान
बता दें कि पिछले 5 दिनों से लगातार जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. जल स्तर बढ़ने के कारण नदी का पानी कुचायकोट, बरौली, गोपालगंज, सिंधवलिया और बैकुंठपुर के अलावा माझा प्रखंड के कई गांव में फैलने लगा है. मंगलवार की सुबह वाल्मिकी नगर बैराज से 3 लाख 39 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे नदी में पानी के बहाव की रफ्तार और भी तेज होने के कारण जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है.

  • कुचायकोट प्रखंड के काला मटिहानीया, रूप सागर सलेमपुर, जमुनिया गम्हरिया,
  • सदर प्रखंड के पथरा, बरईपट्टी, जगरी टोला खाप मकसूदपुर, रामनगर मसान थाना
  • माझा प्रखंड के पथरा गौसिया धामापाकड़ पुरैना, भैसही,
  • बरौली प्रखंड के सिकटिया सलेमपुर सिकरिया सलेमपुर सिधवलिया प्रखंड के सलेमपुर बंजरिया अमरपुरा
  • बैकुंठपुर प्रखंड के अमारी सीतलपुर सलेमपुर अदमापुर मटियारी प्यारेपुर आशाखेड़ा मोहम्मदपुर आदि गांव में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. जिससे 52 गांव की 25000 आबादी पूरी तरह से प्रभावित है.


बाल्मीकि नगर बैराज से पानी डिस्चार्ज करने का आंकड़ा

समयडिस्चार्ज
सुबह 3 बजे3,39,200 क्यूसेक
सुबह 4 बजे3,32,000 क्यूसेक
सुबह 5 बजे3,24,000 क्यूसेक
सुबह 8 बजे3,00,400 क्यूसेक
सुबह 9 बजे2,97,400 क्यूसेक
सुबह 10 बजे2,80,300 क्यूसेक
सुबह 11 बजे2,60,800 क्यूसेक
दोपहर 12 बजे2,65,000 क्यूसेक
दोपहर 1 बजे2,57,200 क्यूसेक

गोपालगंजः वाल्मीकि नगर बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से जिले के छः प्रखंडों के 52 गांव के 25 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. इन गांव में बाढ़ का पानी तेजी से फैलने के कारण लोगों की समस्याएं बढ़ने लगी है. कुछ लोग गांव छोड़ कर पलायन करते हैं, तो अधिकांश लोग आज भी बाढ़ के पानी के बीच गुजर बसर कर रहे हैं. हलांकि इन लोगों के पास अभी तक प्रशासनिक सुविधाएं नहीं पहुंच पाई है.

गंडक नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि
दरअसल वाल्मीकि नगर बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे गंडक नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण दियारा इलाके के लोगों की चिंता और बढ़ गई है. खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर बहने के कारण प्रशासनिक स्तर पर हाई अलर्ट जारी है.

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गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

पानी से 52 गांव की 25 हजार की आबादी प्रभावित
वहीं, गंडक की जलधारा निचले इलाके में तेजी से फैलने लगा है. जिससे 6 प्रखंडों के 52 गांव की 25 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. बाढ़ के पानी में फंसे लोग अपने गांव घर छोड़कर पलायन करने लगे है. कुछ सड़कों पर अपने समान के साथ गुजर कर रहे है. तो वहीं अधिकांश लोग बाढ़ के पानी के बीच में अपने घरों में कैद है. पानी के कारण उनके घर का अनाज व कपड़े जरूरी कागजात सभी भींग जा रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

गांव के लोग हो रहे परेशान
बता दें कि पिछले 5 दिनों से लगातार जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. जल स्तर बढ़ने के कारण नदी का पानी कुचायकोट, बरौली, गोपालगंज, सिंधवलिया और बैकुंठपुर के अलावा माझा प्रखंड के कई गांव में फैलने लगा है. मंगलवार की सुबह वाल्मिकी नगर बैराज से 3 लाख 39 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे नदी में पानी के बहाव की रफ्तार और भी तेज होने के कारण जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है.

  • कुचायकोट प्रखंड के काला मटिहानीया, रूप सागर सलेमपुर, जमुनिया गम्हरिया,
  • सदर प्रखंड के पथरा, बरईपट्टी, जगरी टोला खाप मकसूदपुर, रामनगर मसान थाना
  • माझा प्रखंड के पथरा गौसिया धामापाकड़ पुरैना, भैसही,
  • बरौली प्रखंड के सिकटिया सलेमपुर सिकरिया सलेमपुर सिधवलिया प्रखंड के सलेमपुर बंजरिया अमरपुरा
  • बैकुंठपुर प्रखंड के अमारी सीतलपुर सलेमपुर अदमापुर मटियारी प्यारेपुर आशाखेड़ा मोहम्मदपुर आदि गांव में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. जिससे 52 गांव की 25000 आबादी पूरी तरह से प्रभावित है.


बाल्मीकि नगर बैराज से पानी डिस्चार्ज करने का आंकड़ा

समयडिस्चार्ज
सुबह 3 बजे3,39,200 क्यूसेक
सुबह 4 बजे3,32,000 क्यूसेक
सुबह 5 बजे3,24,000 क्यूसेक
सुबह 8 बजे3,00,400 क्यूसेक
सुबह 9 बजे2,97,400 क्यूसेक
सुबह 10 बजे2,80,300 क्यूसेक
सुबह 11 बजे2,60,800 क्यूसेक
दोपहर 12 बजे2,65,000 क्यूसेक
दोपहर 1 बजे2,57,200 क्यूसेक
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