गोपालगंज: बिहार में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिति (Flood Situation) बनी है. वाल्मिकी नगर बैराज (Valmiki Nagar Barrage) से 4 लाख 7 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंडक नदी के जलस्तर (Water Level of Gandak River) में तेजी से वृद्धि हो रही है. जलस्तर में बढ़ोतरी होने से गोपालगंज सदर प्रखंड की पांच पंचायत बाढ़ की चपेट में आ गयी हैं. जिससे लोगों की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं. जिला प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है. निचले इलाके में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने के लिए कहा जा रहा है. ताकि किसी तरह से जान-माल का नुकसान न हो.
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बता दें कि गोपालगंज जिला बाढ़ प्रभावित जिला माना जाता है. गंडक नदी के रौद्र रूप से लोग उबर नही पा रहे हैं. बाढ़ की विभीषिका इस कदर लोगो को परेशान कर रही है कि आज भी निचले इलाके में अधिकांश लोग पानी के बीच में रहने को विवश हैं. सदर अंचलाधिकारी विजय कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर बाढ़ पीड़ितों को सरकारी सुविधा देने का आश्वासन दिया. साथ ही माइकिंग के माध्यम से निचले इलाके में रहने वाले लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की.
सदर सीओ विजय कुमार ने बताया कि वाल्मिकी नगर बैराज से पानी छोड़े जाने से गंडक नदी का जलस्तर बढ़ गया है. हम लोग लगातर निगरानी कर रहे हैं. लोगों को आने जाने के लिए नावें चला दी गयी हैं. कुछ गांवों में पानी आ गया है. गांवों में पॉलिथीन शीट दी जा चुकी है. पानी अगर रहा तो कम्युनिटी किचन चलाया जाएगा. बाढ़ को देखते हुए आश्रय स्थल बना दिया गया है. जल्द ही नदी के जलस्तर में कमी आएगी. सदर प्रखंड के 5 पंचायतो के 21 गांवो के 1700 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.