गोपालगंजः जिले के बरौली, सिधवलिया और वैकुंठपुर प्रखंड के कई गांव एक बार फिर बाढ़ की चपेट में है. जिससे लोगों की मुसीबतें बढ़ गई है. घर में पानी घुस जाने के कारण बाढ़ पीड़ित एनएच-28 पर शरण लिए हुए हैं. लेकिन वहां हर पल उन्हें जान पर खतरा सता रहा है.
2 महीने में दूसरी बार बाढ़ का दंश
बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि दो महीने में दूसरी बार बाढ़ का दंश झेल रहा हूं, सड़क किनारे तंबू में हमेशा जान का खतरा बना रहता है. सरकार की ओर से खाने की व्यवस्था तो की गई है कि समय पर नहीं परेसा जाता है. जिससे छोटे बच्चे भूख से बिलखते रहते हैं.
...तो चुनाव भी हो सकता है प्रभावित
लोगों ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों में मिलने वाली 6 हजार की राशि भी उन्हें नहीं मिली है. नेता और अधिकारी चुनाव में व्यस्त हैं, कोई भी उनकी सुधी लेने नहीं आ रहा है. बता दें कि बाढ़ का पानी समय रहते नहीं उतरा तो इसका असर चुनाव पर भी दिख सकता है. बाढ़ पीड़ितों को मतदान करने में परेशानी होगी.