गोपालगंज: जिले में लगातार हुई बारिश और बाढ़ के पानी के कारण किसानों की फसल डूब गई है. जिसकी वजह से किसान बहुत चिंतित हैं. किसान जिस फसल को देख फूले नहीं समाते थे, अब उसी फसल को वो देखकर बेबस और लाचार महसूस कर रहे हैं.
दरअसल, मानसून आने के साथ ही हुई अच्छी बारिश के कारण धान की रोपनी समय से हो गई. मक्का और गन्ना की फसल भी काफी अच्छी हुई. जिससे किसान फुले नहीं समा रहे थे. किसानों के चेहरे पर खुशियां साफ झलक रही थी. किसान यह सोच रहे थे कि इस बार फसल अच्छी होगी, लेकिन किसानों की ये खुशियां अधिक दिन तक बरकरार नहीं रही.
कहां से देंगे मालगुजारी
गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर और बारिश के कारण बाढ़ का पानी किसानों के खेतों में फैलने लगा. जिससे खेतों में लगाए गए फसल बाढ़ और बारिश के पानी में डूब कर सड़ने लगे है. खेतों में लहलहा रही फसल से किसानों को काफी उम्मीद थी. लेकिन अब वही किसान खेत मालिक को कहां से मालगुजारी देंगे. इसकी चिंता सता रही है.
'मुआवजे के लिए करें ऑनलाइन आवेदन'
किसानों ने कहा कि खेती-बाड़ी में जो जमा पूंजी लगाए थे. वह पानी में डूब गया. अब खेतों में डूबी फसल को देखकर कलेजा फट रहा है. वहीं, कृषि पदाधिकारी वेदनारायन सिंह ने बताया कि किसानों की फसल क्षति का आंकलन किया जा रहा है. जिन किसानों की फसल क्षति हुई हैं. उन्हें सरकार की ओर से निर्धारित मुआवजे दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसल क्षति हुई है. वह ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.