गोपालगंजः सिधवलिया प्रखण्ड के सिधवलिया गांव के तालाब में शुगर मिल से छोड़े गए जहरीले पानी(छोआ) को पीने से सैकड़ों मछलियों की मौत हो गई. इससे मछली पालकों के बीच परेशानी उत्पन्न हो गई. फिलहाल मछली पालक अपनी मरी हुई मछलियों को देख कर दुखी हैं.
भारत शुगर मिल से निकलता है कचरा
दरअसल सिधवलिया प्रखण्ड के सिधवलिया गांव में दर्जनों मछली पालक कई एकड़ में मछली पालन करते है. उसके ठीक बगल में ही भारत शुगर मिल चलता है. जिसका छोआ (कचरा) एक तालाब में डाला जाता है, लेकिन बाढ़ के पानी बढ़ने के कारण तालाब ओवर फ्लो हो गया और पूरा छोआ आस पास के तालाब में भी फैलने लगा. इसके बाद मछलियां जहरीले कचरे वाला पानी पीने से मरने लगी.
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'मिल प्रबन्धक को किया गया था आगाह'
मछली पालकों ने बताया कि इसके पूर्व में ही मिल प्रबन्धक को आगाह किया गया था कि यहां छोआ नहीं फेंके. इससे मछलियों को नुकसान हो सकता है. इसके बावजूद उन्होंने जहरीला पानी लगातार तालाब में छोड़ा. जिसके कारण ये मछलियां उस पानी को पीकर मरने लगी हैं. यहां दर्जनों मछली पालक हैं. सभी लोगों की दस से पंद्रह लाख की मछलियां मर गई हैं.