गोपालगंज: जिले के कटेया प्रखंड के बनरहा गांव में एक किसान के 10 कट्ठा खेत में लगा गेहूं का फसल बिजली के तार से निकली चिंगारी से जलकर राख हो गया. जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने भोरे कटेया मुख्य पथ को जामकर बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर मामला शांत कराया.
बनरहा गांव निवासी गोरख मांझी अपने लगभग 10 कट्ठा खेत में गेहूं की फसल लगाया था. गेंहू की फसल पककर तैयार भी हो गई थी. इसी बीच उसके खेत से होकर गए 11 हजार के विद्युत प्रवाहित तार से नीकली चिंगारी ने देखते ही देखते उसके 10 कट्ठा खेत मे लगे गेंहू के फसल को जलाकर राख कर दिया. ग्रामीणों के अथक प्रयास से आग पर काबू पाया गया.
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फसल में आग लगने से किसान गोरख मांझी के अरमान पल भर में चकनाचूर हो गया. काफी मेहनत और पैसे लगाकर गेंहू के फसल किया था. अपनी खेतों में लगे फसल को बर्बाद होता देख किसान फुट-फुटकर रोने लगा. वहीं, स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने भोरे कटेया मुख्य पथ को जामकर बिजली विभाग के खिलाफ पोल नहीं लगाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की.
'आपदा प्रबंधन से नियमानुसार मिलेगा मुआवजा'
ग्रामीणों का कहना था कि हर साल फसल में आग लगता है. यहां एक बिजली का पोल लग जाता तो ऐसी घटना नहीं होती. इस घटना की सूचना मिलने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार चौबे और थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र ने ग्रामीणों को शांत कराकर जाम को हटवाया और आपदा प्रबंधन से नियमानुसार मुआवजा दिलाने की बात कही. साथ ही कनीय विद्युत अभियंता से बात कर बिजली का पोल लगाने का आश्वासन दिया.