ETV Bharat / state

पर्याप्त मात्रा में बीज नहीं मिलने से किसान परेशान, महंगे दामों पर खरीद रहे बीज

कृषि विभाग से रियायती दरों पर दिए जाना वाला बीज नहीं मिलने से किसान दर-दर भटक रहे हैं. इसके साथ ही वे बाजारों से महंगे दामों पर बीज खरीदकर खेती करने को मजबूर हैं.

gopalganj
बीज नहीं मिलने से परेशान किसान
author img

By

Published : Dec 8, 2019, 6:45 PM IST

गोपालगंजः जिले के किसानों को अनुदानित दर पर मिलने वाला बीज काफी समय से पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है. जिससे वे महंगे दामों पर बाजारों से बीज खरीदकर खेती करने को मजबूर हैं. मौसम की मार और विभाग की मनमर्जी से किसान काफी परेशान हैं. हालांकि विभाग का दावा है कि किसानों को भारी मात्रा में बीज उपलब्ध कराया जा रहा है.

प्रखण्ड कार्यालय का चक्कर काट रहे किसान
किसान विक्रम महतो ने बताया कि वो दो दिनों से किसान भवन और प्रखण्ड कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. लेकिन बीज नहीं मिल रहा है. यहां आने पर बताया गया कि बीज खत्म हो चुका है. इसके साथ ही 700 के बदले 2600 रुपये वाला बीज लेने के लिए कहा जा रहा जो उनके बजट में नहीं है.

gopalganj
किसान भवन

डिमांड के अनुसार उपलब्ध नहीं कराया गया बीज
कृषि समन्वयक विजयशंकर यादव ने बताया कि कुछ किसानों ने ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है. जिससे उन्हें परेशानी हो रही है. कृषि समन्वयक ने बताया कि डिमांड के अनुसार बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है. जैसे ही बीज आएगा फिर से वितरण शुरू कर दिया जाएगा.

गेहूं बुवाई का लक्ष्य और उपलब्धता

  • कुल पंजीकृत किसान- 365498
  • गेहूं बुवाई का लक्ष्य- 97 हजार हेक्टेयर
  • ओटीपी जारी करने का लक्ष्य- 27.21 हजार क्विंटल
  • आवेदित किसानों की संख्या- 43535
  • ओटीपी प्राप्त करने वाले किसानों की संख्या- 41467
  • बीज की आवश्यकता- 23349.860 क्विंटल
  • अबतक अनुदानित बीज का वितरण- 1640 क्विंटल
    बीज नहीं मिलने से परेशान किसान

97 हजार हेक्टेयर गेंहू की बुवाई का लक्ष्य
कृषि पदाधिकारी वेदनारायण सिंह ने बताया कि इस बार 97 हजार हेक्टेयर गेंहू की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसे पूरा किया जाएगा.

गोपालगंजः जिले के किसानों को अनुदानित दर पर मिलने वाला बीज काफी समय से पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है. जिससे वे महंगे दामों पर बाजारों से बीज खरीदकर खेती करने को मजबूर हैं. मौसम की मार और विभाग की मनमर्जी से किसान काफी परेशान हैं. हालांकि विभाग का दावा है कि किसानों को भारी मात्रा में बीज उपलब्ध कराया जा रहा है.

प्रखण्ड कार्यालय का चक्कर काट रहे किसान
किसान विक्रम महतो ने बताया कि वो दो दिनों से किसान भवन और प्रखण्ड कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. लेकिन बीज नहीं मिल रहा है. यहां आने पर बताया गया कि बीज खत्म हो चुका है. इसके साथ ही 700 के बदले 2600 रुपये वाला बीज लेने के लिए कहा जा रहा जो उनके बजट में नहीं है.

gopalganj
किसान भवन

डिमांड के अनुसार उपलब्ध नहीं कराया गया बीज
कृषि समन्वयक विजयशंकर यादव ने बताया कि कुछ किसानों ने ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है. जिससे उन्हें परेशानी हो रही है. कृषि समन्वयक ने बताया कि डिमांड के अनुसार बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है. जैसे ही बीज आएगा फिर से वितरण शुरू कर दिया जाएगा.

गेहूं बुवाई का लक्ष्य और उपलब्धता

  • कुल पंजीकृत किसान- 365498
  • गेहूं बुवाई का लक्ष्य- 97 हजार हेक्टेयर
  • ओटीपी जारी करने का लक्ष्य- 27.21 हजार क्विंटल
  • आवेदित किसानों की संख्या- 43535
  • ओटीपी प्राप्त करने वाले किसानों की संख्या- 41467
  • बीज की आवश्यकता- 23349.860 क्विंटल
  • अबतक अनुदानित बीज का वितरण- 1640 क्विंटल
    बीज नहीं मिलने से परेशान किसान

97 हजार हेक्टेयर गेंहू की बुवाई का लक्ष्य
कृषि पदाधिकारी वेदनारायण सिंह ने बताया कि इस बार 97 हजार हेक्टेयर गेंहू की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसे पूरा किया जाएगा.

Intro:गोपालगंज जिले के किसानों को अनुदानित दर पर मिलने वाला बीज काफी समय निकलने के बाद भी पर्याप्त मात्रा में मिल नही पा रहा है। जिसको लेकर किसान महंगे दामों पर बाजारों से बीज खरीद खेती करने को बाध्य होते हैं। या यूं कहें कि किसानों को अनुदानित दर पर गेंहू का बीज उपलब्ध कराने की विभाग की योजना फेल हो गई है। किसानों को खुला बाजार ही सहारा बना हुआ है। एक तरफ मौसम की मार तो दूसरी ओर विभाग के मनमर्जी के बीच किसान परेशान नजर आ रहे हैं। हलांकि विभाग का दावा है कि भारी मात्रा में किसानों को अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराया जा रहा। वही किसान लगातार किसान भवन व प्रखण्ड कार्यालय का चक्कर काट रहे है। अब ऐसे में सरकार की रबी अभियान की योजना कृषी विभाग के चौखट पर दम तोड़ती हुई नजर आती है।










Body:अनुदानित बीज नही मिलने पर बाजारों पर आश्रित हुए किसान
कृषि विभाग की उदासीन रवैया व लापरवाही का आरोप लगा रहे है। किसान खुले बाजार से महंगे दर पर बीज खरीदारी कर बुआई करने को विवश है।
खेत तैयार का किसान अनुदानित बीज के लिए कृषि कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। लेकिन कुछ किसानों को बीज मि रहा है तो कुछ किसान कई दिनों से विभाग का चक्कर काट रहे है। माणिकपुर निवासी शिवकली देवी के माने तो कई दिनों से किसान भवन का चक्कर काट रहे है इसके लिए मैसेज(ओटीपी)भी आया है। बावजूद बीज नही मिल रहे है। यहां आने पर बताया जा रहा है, की बीज खत्म हो गया है। वही किसान विक्रम महतो के माने तो उन्होंने कहा कि दो दिन से बीज के लिए चक्कर काट रहे है लेकिन बीज नही मिल रहा है। यहां आने पर बताया जाता है कि खत्म हो गया है।साथ ही 7 सौ के बदले 26 सौ रुपये वाला बीज लेने के लिए कहा जा रहा जो मेरे बजट में नही है। जबकि मैने 7 सौ रुपये वाला बीज के लिए फॉर्म भरा था।। वही किसान बलिस्टर चौधरी ने विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग बीज को ब्लैक करते है। एक दिन बाट कर तीन दिन बंद कर देते है। कहते है कि बीज खत्म हो गया है। आखिर कैसे खत्म हो गया । बाद में बीज लेकर हम लोग क्या करेंगे। इसी लिए हम लोगो ने किसी तरह बाजार से बीज खरीद कर खेत मे डाल रहे है।
विभाग द्वारा 97 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई का लक्ष्य रखा गया और इसके एवज में अनुदानित बीज अब तक महज 1640 क्विंटल बांटा गया है।जबकिं करीब 23 हजार क्विंटल के लिए ओटीपी जारी हुआ है। ऐसे में बीज की उपलब्धता ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। किसान खेत तैयार कर बीज का इंतजार कर रहे हैं। विभाग रबी महाअभियान की चर्चा कर हर पंचायत में चौपाल लगा रहा है। लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर बिना बीज की बुवाई कैसे होगी इसका जवाब कृषि विभाग के पास नहीं है। खरीफ में मौसम की मार सह चुके किसान किसी तरह खेत तैयार कर लिए हैं, लेकिन अब बीज के लिए विभाग का चक्कर काट रहा है। ऊंचे दाम देकर किसानों को बीज खरीदने की विवशता हो गई है। 15 दिसंबर के बाद लेट वैरायटी की बुवाई की जाती है जिसका उत्पादन अपेक्षाकृत कम होता है। अगर वैरायटी की बुवाई के लिए महज 8 दिन रह गए हैं। ऐसे में किसान कैसे गेहूं की बुवाई कर पाएंगे यह चिंता उन्हें सता रही है। क्या ऐसे सुविधाओं से किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी और वह समृद्ध हो पाएंगे।

गेहूं बुवाई का लक्ष्य और उपलब्धता

कुल पंजीकृत किसान 365498
गेंहू बुवाई का लक्ष्य 97हजार हेक्टेयर
विभाग द्वारा ओटीपी जारी का लक्ष्य 27.21 हजार क्विंटल
आवेदित किसानों की संख्या। 43535
ओटीपी प्राप्त करने वाले किसानों की संख्या। 41467
ओटीपी वालो की बीज की आवश्यकता 23349.860 क्विंटल
अब तक अनुदानित बीज का वितरण 1640 क्विंटल

इस संदर्भ में कृषि समन्वयक ने बताया कि विजयशंकर यादव ने बताया कि कुछ किसान ऑनलाइन नही किये है जो ऑनलाइन किये है उनके पास ओटीपी जा रहा है। वे बीज उठा रहे है। जिस मात्रा में बीज का डिमांड था उस अनुसार हमलोगों को बीज उपलब्ध नही कराया गया है। जिसके कारण कुछ परेशानी हो रही लेकिन जैसे ही बीज आएगा पुनः वितरण किया जाएगा। जबकिं
कृषि पदाधिकारी वेदनारायन सिंह ने बताया कि इस बार गेंहू के अच्छादन का 97 हजार हेक्टेयर लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हमारा प्रयास है कि सत प्रतिशत अच्छादन का लक्ष्य पूरा करें।
अब तक ऑनलाइन लगभग 43 -44 हजार किसानों का otp उपलब्ध कराया गया है। 48 हजार किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। 46 हजार किसानों को उपलब्ध कराया गया है।

बाइट-वेद नारायण सिंह, कृषि पदाधिकारी
बाइट-विजयशंकर यादव, कृषि समन्वयक
बाइट-किसान




Conclusion:na
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.