गोपालगंज: नेपाल के तराई इलाके में हो रही बारिश से गोपालगंज जिले में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. तेज बारिश होने की वजह से दक्षिण दिशा का रुख कर चुकी गंडक नदी की धारा तेजी से उफान मार रही है. जिससे निचले स्तर पर गुजर-बसर करने वाले लोग डरे सहमे हैं. वहीं गंडक नदी का पानी खतरे के निशान से 2 मीटर नीचे बह रहा है.
निचले हिस्से में बसे लोगों को हो रही परेशानी
नेपाल बराज से पानी का डिस्चार्ज रोजाना बढ़ रहा है. जिसकी वजह से नदी के लेवल में निरंतर वृद्धि हो रही है. इससे दियारा क्षेत्र के लोग संभावित बाढ़ के खतरे को देखकर भयभीत हैं. सदर प्रखंड के पतहरा में नदी का पानी खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर नीचे बह रहा है. जबकि बैकुंठपुर के मुंजा में पानी खतरे के निशान से 1.8 सेंटीमीटर नीचे है. नदी का लेवल 7.65 है. नदी के जल स्तर में निरंतर उतार-चढ़ाव से गंडक के निचले हिस्से में बसे लोगों के बीच परेशानी उत्पन्न हो गई है.
उचित स्थान पर जाने के लिए दी जा रही हिदायत
सीनियर डिप्टी कलेक्टर पिंकी कुमारी और सदर सीओ बांध का लगातर मुआयना कर रहे हैं. वहीं निचले स्तर में रहने वालों को अनाउंसमेंट के माध्यम से तत्काल उचित स्थान पर जाने के लिए हिदायत दी जा रही है. ताकि संभावित बाढ़ के खतरे से बचा जा सके. वहीं निचले इलाके के लोगों ने अपने दर्द को बयां करते हुए कहा कि हम लोग हमेशा ही बाढ़ की परेशानी झेलते हैं. गंडक नदी के कटाव के कारण जमीन-मकान बर्बाद हो गया. जिसके बाद हम लोग यहां शरण लिए हैं. अब यहां से भी खाली कराया जा रहा है. हम लोगों की पीड़ा कोई सुनने को तैयार नहीं है.
आपदा से निबटने के लिए जिला प्रशासन है तैयार
बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए आपदा से निबटने के लिए जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है. सदर सीओ विजय कुमार और सीनियर डिप्टी कलक्टर पिंकी कुमारी लगातार बांध पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं जिला प्रशासन के अलर्ट के बाद सदर सीओ ने पतहरा समेत विभिन्न निचले स्तर के गांव के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने का निर्देश दिया है. सदर सीओ विजय कुमार ने बताया कि सम्भावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए बांध की निगरानी की जा रही है. इसके साथ ही सीनियर डिप्टी कलक्टर पिंकी कुमारी ने कहा कि बाढ़ जैसी आपदा से लड़ने के लिए हम लोग तैयार हैं. इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है.