गोपालगंज: बिहार राज्य डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ के सदस्यों ने आज बुधवार 29 नवंबर को शहर के अंबेडकर चौक पर दो दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान धरना पर बैठे ऑपरेटरों ने सेवा समायोजन की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. धरना पर बैठे ऑपरेटरों ने अपनी मांगों के समर्थन में 28 एवं 29 तारीख को दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया था.
क्या है मामलाः धरना में बेल्ट्रॉन के माध्यम से प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालय में कार्यरत प्रोग्रामर/ आशुलिपिक/ डाटा एंट्री ऑपरेटर एवं आईटी कर्मी शामिल हुए. इस संदर्भ में धरना पर बैठे कर्मियों ने कहा कि बिहार सरकार के लगभग सभी कार्यालयों में 25 वर्षों से हम सब कर्मी अपनी सेवा दे रहे हैं. उसके बाद भी सरकार की अपेक्षा के शिकार हैं. अभी कर्मी समय-समय पर सरकार का ध्यान अपने मांगों के संबंध में आकृष्ट भी कराया है. लेकिन सरकार के द्वारा हमारी समस्याओं पर आज तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है.
"हम लोग बिहार सरकार के सभी कार्यालय में सरकारी कर्मी की कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हैं, लेकिन सरकार के द्वारा जब सुविधा देने की बात होती है तो हमें उपेक्षित कर दिया जाता है."- मारकंडे वर्णवाल, जिला डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष
हड़ताल पर जाने की धमकीः बता दें कि बेल्ट्रॉन के द्वारा नियुक्त कर्मी दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की थी. बिहार राज्य डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ दो दिवसीय हड़ताल पर जाकर सरकार को यह बताना चाहता है कि हमें भी सरकारी कर्मी की तरह सुविधा दी जाए अन्यथा बाध्य होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. जिसकी जिम्मेदारी संबंधित विभाग एवं बिहार सरकार की होगी.
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