गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले से एक बड़ा मामला सामने आ रहा है. जहां तीने दिन से लापता युवक का शव बरामद कर लिया गया है. जिले से नगर थाना क्षेत्र के मानिकपुर बलुवा टोला गांव निवासी सुदर्शन यादव का बेटा अजय यादव का शव नवादा गांव स्थित बांसवारी से बरामद किया गया है. वहीं, शव मिलने की सूचना के बाद नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन जुट गई है.
ओडिशा में वाहन चालक का काम करता था: मृतक के परिजनों ने बताया कि वह ओडिशा में रहकर वाहन चालक का काम करता था. तीन दिन पूर्व दिवाली को लेकर वह ओडिशा से घर पर आया था. मंगलवार रात 8 बजे तक वह घर पर था. इस बीच किसी ने उसे फोन कर बुलाया. सभी को लगा कि अजय अपने किसी दोस्त से मिलने जा रहा है. लेकिन बुधवार सुबह तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी. खोजबीन के क्रम में पता चला कि पार नवादा गांव स्थित बांसवारी में एक युवक का शव पड़ा हुआ मिला है. जिसके बाद परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. उधर परिजनों का बयान दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन करने में जुट गई है. प्रेम प्रसंग और रुपए की लेनदेन को लेकर भी हत्या करने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि परिजन हत्या करने के कारणों का स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं दे पा रहे हैं.
"घटना की जानकारी मिलते ही हमलोग बांसवारी पहुंचे तो देखा की अजय का शव पड़ा हुआ है. उसके कान से खून निकल रहा था. गले में काले धब्बे के निशान थे. उसके सिर पर भी चोट के निशान थे. ऐसा लग रहा था कि मारपीट के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई है." - सुदर्शन यादव, मृतक के पिता.
कॉल डिटेल्स से खुलेगा युवक की हत्या का राज: पुलिस ने बताया कि अजय की हत्या का राज उसके मोबाइल के कॉल डिटेल्स से खुलेगा. पार नवादा गांव में युवक के शव पड़े होने की सूचना मिलने के बाद मामले की जांच करने पहुंची पुलिस ने उसके शव के पास से उसका मोबाइल भी बरामद किया है. पुलिस अब टेक्निकल सेल की मदद से यह पता लगाने में जुटी हुई है कि अंतिम कॉल युवक को किसने किया था. उस आधार पर पुलिस की टीम आगे की कार्रवाई करेगी.
दिवाली को लेकर आया था घर: अजय यादव ओडिशा में रहकर कमाई करता था. पर्व को लेकर वह अपने घर तीन दिन पूर्व आया था. परिवार के सदस्य भी उसके आने से काफी खुश थे. वह भी परिवार के साथ दिवाली मनाने को लेकर पहुंचा हुआ था. लेकिन किसे पता था कि इन पर्व के पहले ही उसकी हत्या कर दी जाएगी.
नई बाइक खरीदने का सपना रह गया अधूरा: अजय यादव के दोस्त व परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह उड़ीसा से कमाई करने के बाद घर जब आया तो धनतेरस के अवसर पर नई बाइक खरीदने की तैयारी में था. वह अपने दोस्तों के साथ एक बाइक की एजेंसी में भी गया था. जहां उसने बाइक पसंद कर लिया था और बुक भी कर दिया था. परिवार के सदस्यों ने बताया कि धनतेरस के मौके पर वह नई बाइक लेकर आने वाला था. लेकिन उसकी हत्या के बाद उसका सपना अधूरा ही रह गया.
अजय की मौत के बाद परिजनों में पसरा मातम: अजय यादव की हत्या करने के बाद उसके परिजनों में मातम पसर हुआ है. परिवार के सदस्य दहाड़ मार कर रो रहे हैं. बताया जा रहा कि वह छह भाइयों में चौथे नंबर पर था. तीन भाइयों की शादी हो चुकी है. अजय की शादी को लेकर परिवार के सदस्य अपने रिश्तेदारी में बातचीत कर रहे थे. लेकिन उसके पूर्व ही अजय की हत्या किए जाने के बाद परिवार के लोग सदमे में हैं. सदर अस्पताल से जब उसका शव दरवाजे पर पहुंचा तो परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे. आसपास के लोगों की भीड़ भी काफी संख्या में उसे देखने के लिए जुटी हुई थी. पल भर में ही दीपावली व छठ महापर्व की खुशी माता में बदल गई.
"नगर थाना क्षेत्र के पार नवादा गांव में एक युवक का शव बरामद किया गया है. युवक मानिकपुर बलुआ टोला गांव का रहने वाला है. परिजन अज्ञात लोगों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. हम लोग मामले की छानबीन कर रहे है." - लंकेश पांडा, एसआई.
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