गोपालगंज: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को दो प्रमंडलों को जोड़ने वाले रामजानकी सेतु का उद्घाटन किया. सत्तर घाट के पास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीएम ने उद्घाटन किया. गंडक नदी पर बने इस पुल के निर्माण से सारण और तिरहुत के कई जिलों के बीच की दूरियां कम हो जाएंगी.
मंत्री प्रमोद कुमार ने फीता काट कर पुल को चालू करवाया
गंडक नदी पर बने 1440 मीटर का ये पुल 263.48 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है. इस दौरान बैकुंठपुर प्रखंड के सत्तर घाट केसरिया में आयोजित उदघाटन कार्यक्रम में पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा, कला संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार ने फीता काट कर पुल को चालू करवाया.
सांसद ने जताई खुशी
पूर्वी चंपारण और गोपालगंज जिले के डीएम, एसपी, दोनों जिले के कई अधिकारी मौजूद रहे. सांसद आलोक कुमार सुमन ने पुल के उद्घाटन पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने जिलेवासियों को एक बड़ी सौगात दी है. इससे दोनों प्रमंडलों के 6 जिलों की दूरी कम हो जाएगी. साथ ही सामाजिक और व्यापारिक रूप से भी जुड़ाव हो जाएगा.
मंगलवार से आम लोगों के लिए खोला गया
बैकुंठपुर के बीजेपी विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी ने इस पुल को रामजानकी सेतु के रूप में विकसित किया है. अयोध्या से जनकपुर तक यह मार्ग सीधे जुड़ जाएंगे. इसके माध्यम से ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और पर्यटन के लिहाज से फिर से जुड़ाव हो जाएगा. मंगलवार से इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है.
आरजेडी ने कसा तंज
पुल के उद्घाटन पर आरजेडी के बरौली विधायक मो. नेमतुल्लाह ने कहा कि इस पुल का उद्घाटन कर सरकार खुद की पीठ थपथपा रही है. कोई गुणवत्तापूर्ण काम नहीं है. ऐसे कई उद्घाटन किए जा रहे हैं और दूसरी ओर सड़कें टूट रही हैं, पुल ढह रहे है. सिर्फ लूट खसोट मची है.