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गोपालगंज: चौक चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद, अधिकारी नहीं ले रहे कोई सुध - cctv camera installed in city are closed

सीसीटीवी कैमरा चालू रहने पर पुलिस को लूट, छिनतई और गोली कांड के खुलासे में सहूलियत मिलती. लेकिन इस मामले में पुलिस प्रशासन सहित यहां के सांसद विधायक भी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.

सीसीटीवी कैमरे पड़े है ठप
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Published : Oct 19, 2019, 11:28 AM IST

Updated : Oct 19, 2019, 1:28 PM IST

गोपालगंज: जिले के हथुआ अनुमंडल का मीरगंज नगर पंचायत व्यवसायियों का गढ़ माना जाता है. जिला मुख्यालय से ज्यादा मीरंगज में व्यापार होता है. वहीं, मीरगंज में अपराधियों का भी बोलबोला है, आए दिन अपराधी व्यवसायियों से रंगदारी वसूलते है. साथ ही बाइक चोरी, छिनतई की घटनाओ में भी वृद्धि होती जा रही है. जिसको देखते हुए नगर पंचायत ने वर्ष 2016-17 में शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे. ताकि अपराधियों पर नजर रखी जा सके. लेकिन सीसीटीवी कैमरे लगने के कुछ दिन बाद से ही बंद पड़े हैं.

वारदात को देते है अंजाम
शहर के सड़क किनारे खंभे पर लगे सीसीटीवी देखकर आम लोगों को लगता है कि हर कोई इसकी नजर में है. लेकिन इसकी पोल तब खुल जाती है, जब बेखौफ अपराधी वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं और पुलिस को कोई सुराग तक नहीं मिल पाता.

gopalganj
सुरक्षा व्यवस्था के नहीं है इंतजाम

27 लाख रुपये किए थे खर्च
बता दें कि सार्वजनिक उपक्रमों के सहयोग से नगर पंचायत ने प्रमुख चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे. हर चौक चौराहे पर 360 डिग्री की गतिविधियां कैद हो रही थी. जिसमें नगर पंचायत ने 2 साल पहले करीबन 27 लाख रुपये खर्च किए थे.

चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे पड़े है बंद

कैमरे बंद होने से बढ़े अपराधियों के हौसले
ऑनलाइन निगरानी के लिए मीरगंज थाना में कंट्रोल रूम बनवाया गया था. जहां एलसीडी के माध्यम से पुलिस विभिन्न चौक चौराहों की गतिविधियों पर नजर रखती थी. लेकिन वर्तमान समय में एलईडी स्क्रीन धूल खा रही है. शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद होने से अपराधियों के हौसले बढ़ गए हैं. सड़क और बाजार से बाइक चोरी की वारदात बढ़ रही है. यहां तक कि लूटपाट की घटना करके अपराधी भाग रहे हैं. लेकिन पुलिस के पकड़ में नहीं आ पा रहे हैं.

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एलइडी स्क्रीन धूल खा रही

अधिकारी बरत रहे लापरवाही
वहीं, वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को पकड़ने में पुलिस सिर्फ अंधेरे में तीर चला रही है. क्योंकि यहां लगे सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह से बंद पड़ चुके है. सुरक्षा जैसे संवेदनशील मामले में भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं. अगर सीसीटीवी कैमरा चलता रहता तो पुलिस को लूट, छिनतई और गोली कांड के खुलासे करने में सहूलियत होती. लेकिन इस मामले में पुलिस प्रशासन सहित यहां के सांसद विधायक भी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.

गोपालगंज: जिले के हथुआ अनुमंडल का मीरगंज नगर पंचायत व्यवसायियों का गढ़ माना जाता है. जिला मुख्यालय से ज्यादा मीरंगज में व्यापार होता है. वहीं, मीरगंज में अपराधियों का भी बोलबोला है, आए दिन अपराधी व्यवसायियों से रंगदारी वसूलते है. साथ ही बाइक चोरी, छिनतई की घटनाओ में भी वृद्धि होती जा रही है. जिसको देखते हुए नगर पंचायत ने वर्ष 2016-17 में शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे. ताकि अपराधियों पर नजर रखी जा सके. लेकिन सीसीटीवी कैमरे लगने के कुछ दिन बाद से ही बंद पड़े हैं.

वारदात को देते है अंजाम
शहर के सड़क किनारे खंभे पर लगे सीसीटीवी देखकर आम लोगों को लगता है कि हर कोई इसकी नजर में है. लेकिन इसकी पोल तब खुल जाती है, जब बेखौफ अपराधी वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं और पुलिस को कोई सुराग तक नहीं मिल पाता.

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सुरक्षा व्यवस्था के नहीं है इंतजाम

27 लाख रुपये किए थे खर्च
बता दें कि सार्वजनिक उपक्रमों के सहयोग से नगर पंचायत ने प्रमुख चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे. हर चौक चौराहे पर 360 डिग्री की गतिविधियां कैद हो रही थी. जिसमें नगर पंचायत ने 2 साल पहले करीबन 27 लाख रुपये खर्च किए थे.

चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे पड़े है बंद

कैमरे बंद होने से बढ़े अपराधियों के हौसले
ऑनलाइन निगरानी के लिए मीरगंज थाना में कंट्रोल रूम बनवाया गया था. जहां एलसीडी के माध्यम से पुलिस विभिन्न चौक चौराहों की गतिविधियों पर नजर रखती थी. लेकिन वर्तमान समय में एलईडी स्क्रीन धूल खा रही है. शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद होने से अपराधियों के हौसले बढ़ गए हैं. सड़क और बाजार से बाइक चोरी की वारदात बढ़ रही है. यहां तक कि लूटपाट की घटना करके अपराधी भाग रहे हैं. लेकिन पुलिस के पकड़ में नहीं आ पा रहे हैं.

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एलइडी स्क्रीन धूल खा रही

अधिकारी बरत रहे लापरवाही
वहीं, वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को पकड़ने में पुलिस सिर्फ अंधेरे में तीर चला रही है. क्योंकि यहां लगे सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह से बंद पड़ चुके है. सुरक्षा जैसे संवेदनशील मामले में भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं. अगर सीसीटीवी कैमरा चलता रहता तो पुलिस को लूट, छिनतई और गोली कांड के खुलासे करने में सहूलियत होती. लेकिन इस मामले में पुलिस प्रशासन सहित यहां के सांसद विधायक भी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.

Intro:गोपालगंज जिले के हथुआ अनुमंडल के मीरगंज नगर पंचायत व्यवसायियों का गढ़ माना जाता है। जिला मुख्याल से ज्यादा मीरगंज में व्यापार होते है। वही मीरगंज में अपराधियों का भी बोलबाला है। आये दिन अपराधीयो द्वारा व्यवसायियो से लेवि मांगने के मामले सामने आते रहे है। बाइक चोरी छिनतई की घटनाओ में भी वृद्धि होती रही है जिसको देखते हुए नगर पंचायत द्वारा वर्ष 2016-17 में शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। ताकि असमाजिक तत्वो व अपराधियों पर नजर रखी जा सके और लोग वेखौफ़ होकर रह सके लेकिन लगने के कुछ दिन बाद ही यह सीसीटीवी कैमरा बंद हो गए और अपराधियों पर नजर रखने की कवायद ठंढ़े बस्ते में पड़ गई।






Body:शहर के सड़क किनारे खम्भे पर लगे सीसीटीवी देख कर आम लोगो की यही सोच होगी कि ये सीसीटीवी कैमरे हमारी निगहबानी कर है। लेकिन इसकी पोल तब खुल जाती है,जब बेखौफ अपराधी वारदात को अंजाम देकर निकल जाते है और पुलिस को सुराग तक नहीं मिल पाता है। नगर पंचायत के सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए 2 साल पहले नगर पंचायत द्वारा सीसीटीवी कैमरे लगाने में करीब 27 लाख खर्च किया गया था। सार्वजनिक उपक्रमों के सहयोग से नगर पंचायत में प्रमुख चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे हर चौक चौराहे पर 360 डिग्री की गतिविधियां कैद हो रही थी। ऑनलाइन निगरानी के लिए मीरगंज थाना में कंट्रोल रूम बनाया गया था जहां एलसीडी के माध्यम से पुलिस विभिन्न चौक चौराहों की गतिबियाँ पर नजर रखती थी। लेकिन।वर्तमान समय मे एलइडी स्क्रीन धूल खा रही है। शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद होने से अपराधियों बदमाशों के हौसले बढ़ गए हैं। सड़क व बाजार से बाइक चोरी की वारदात बढ़ रही है। यहां तक कि लूटपाट की घटना करके अपराधी भाग रहे हैं। लेकिन पुलिस के पकड़ में नहीं आ रहे हैं। वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को पकड़ने में पुलिस सिर्फ अंधेरे में तीर चला रही है। क्योंकि यहां लगे सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह दगा दे चुके हैं। सुरक्षा जैसे संवेदनशील मामले में भी जनप्रतिनिधि व अधिकारी लापरवाह बने हैं।
सीसीटीवी कैमरे चलता रहता तो पुलिस को लूट छिनतई, गोली कांड के खुलासे में सहूलियत होती। लेकिन इस तरफ पुलिस प्रशासन सहित यहां के सांसद विधायक का कोई ध्यान नहीं जा रहा है


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Last Updated : Oct 19, 2019, 1:28 PM IST
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