गोपालगंजः महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल गोपलगंज में थे. इस दौरान उन्होंने सीएए और एनआरसी पर ईटीवी भारत से खास बातबीच की. उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर किसी भारतीय को मन में भ्रम पालने की जरूरत नहीं है. यह लोगों को नागरिकता देने वाला कानून है ना कि किसी की नागरिकता खत्म करने वाला.
'सीएए से किसी की नागरिकता को खतरा नहीं'
सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंग्लादेश के अल्पसंख्यकों, जो वहां धर्म के नाम पर प्रताड़ित होकर भारत आ गए और यहां शरणार्थी के रूप में जीवन जी रहे थे. उन्हें नागरिकता देकर यहां बसाने के लिए सीएए लाया गया है. इससे यहां के किसी भी नागरिक की नागरिकता को कोई खतरा नहीं है.
'हिंसक प्रदर्शन देशहित में नहीं'
सीएए और एनआरसी के विरोध में देशभर में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर सांसद ने कहा कि प्रदर्शन के नाम पर जो देश की संपदा को नुकसान पहुंचा रहे हैं, यहां की संपदा को बर्बाद कर रहे हैं, उन्हें नेता कहलाने का कोई हक नहीं है. वो असामाजिक और उपद्रवी तत्व है. इनलोगों ने देश में आग लगाने के लिए विश्वविद्यालय के छात्रों को उकसाया है. ऐसे लोग कभी देश हित में नहीं सोच सकते हैं.
सांसद ने कहा कि कोई भी व्यक्ति देश और इसके संविधान से बड़ा नहीं हो सकता. सीएए कानून संविधान के तहत बना है. जो इसे मामने को तैयार नहीं है, वो ऐसा कर संविधान का उलंघन्न कर रहा है.
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'नीतीश भी सीएए के पक्ष में'
जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीएए के पक्ष में हैं. उन्होंने इस कानून का समर्थन किया है. उनकी पार्टी के नेताओं ने लोकसभा और राज्यसभा में इस कानून के पक्ष में वोट किया है और इसके पक्ष में भाषण भी दिया है.