गया: बिहार में इन दिनों कोरोना पीड़ितों की संख्या में काफी तेजी से इजाफा हो रहा है. कई मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है, लेकिन सूबे में स्वास्थ्य विभाग इस आवश्यकता का पूरा करने में असमर्थ है. इसकी वजह से हर दिन मरीजों की मौत हो रही है. गया में एक युवक ने ऑक्सीजन के अभाव में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. मृतक की पहचान उदय प्रसाद के रुप में हुई है. वह औरंगाबाद का रहने वाला था.
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रफीगंज में नहीं मिला ऑक्सीजन
कोरोना महामारी की वजह से ऑक्सीजन की जरूरत अधिक हो रही है. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक सिर्फ ऑक्सीजन की ही मांग है. गया में ऑक्सीजन आपूर्ति का दावा खोखला साबित हो रहा है. पड़ित परिवार घंटों भटकते रहे लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा.
ऑक्सीजन के अभाव में युवक की मौत हो गयी. युवक औरंगाबाद के रहने वाला था. औरंगाबाद के रफीगंज में ऑक्सीजन नहीं मिलने पर मरीज को गया के परैया लाया गया, लेकिन तब तक मरीज की हालत खराब हो गयी थी और उसकी मौत हो गयी.
'उदय प्रसाद, औरंगाबाद के रफीगंज का रहने वाला था. पिछले 15 दिनों से लू और टाइफाइड से पीड़ित था. कल सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी. रफीगंज में ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी. एक जगह एडमिट भी किये लेकिन ऑक्सीजन नहीं मिला. ऐसे में परैया अस्पताल ऑक्सीजन की खबर मिली. यहां लाया गया लेकिन आधे घण्टे में ही उसकी मौत हो गयी. अगर रफीगंज में ऑक्सीजन मिल जाता उसकी जान बच जाती.'- अनिता देवी, मृतक के परिजन
'गया के इस अस्पताल में तीन डॉक्टर हैं लेकिन दो डॉक्टर नदारद हैं. तीन दिन से अस्पताल का प्रभारी और मैनेजर गायब है. एक डॉक्टर के भरोसे इतना बड़ा अस्पताल है. इस युवक की मौत इलाज के अभाव में हुई है. सिर्फ ऑक्सीजन दे देने से मरीज का इलाज नहीं हो सकता है.'- विनोद मरांडी, जिलाध्यक्ष, जाप
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