नवादा: प्रशासनिक सख्ती और सामाजिक जागरुकता के बावजूद बिहार में पकड़ौआ विवाह (Pakraua Marriage) पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पा रही है. नवादा (Nawada) जिले में इस तरह की शादी का एक नया मामला सामने आया है. जहां एक लड़के की जबरन शादी करवा दी गई है. मामला नवादा नगर थाना क्षेत्र के मोहिउद्दीनपुर गांव का है.
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दरअसल, मोहिउद्दीनपुर गांव के उमाकांत प्रसाद के बेटे निवासी गुड्डू कुमार ने नवादा नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई है कि गया (Gaya) जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र के सरबहना गांव में उसकी पकड़ौआ शादी करा दी गई है. शंभु प्रसाद की बेटी रानी के साथ जबरन शादी कराई गई है. इस दौरान उसके साथ मारपीट भी की गई है.
गुड्डू की मानें तो उसे एक सप्ताह तक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया और प्रताड़ित किया गया. परीक्षा देने का बहाना बनाकर युवक वहां से भागकर अपने गांव आया और थाने में शिकायत की.
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गुड्डू गुजरात के वापी स्थित एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है. दीपावली में वह दिल्ली अपने रिश्तेदार के पास गया था. उसके मौसा वहां फल बेचने का काम करते हैं. पास में ही लड़की का बहनोई भी फल बेचता है. वहीं पर उससे संबंध हुआ. नवादा आने के क्रम में लड़की के बहनोई ने छठ पूजा के लिए सरबहना में फल पहुंचाने का अनुरोध किया, जिसपर वह दिल्ली से फल लेकर नवादा आया. जब वह फल लेकर वहां पहुंचा तो उसे बंधक बना लिया गया और उसकी जबरन शादी करा दी गई.
'पकड़ौआ' या पकड़वा विवाह दरअसल ऐसी शादी होती है, जिसमें शादी योग्य लड़के का अपहरण करके उसकी जबरन शादी करवाई जाती है. उसे मार-पीट के बल पर या डरा-धमकाकर शादी करा दी जाती थी. इन पकड़ौआ विवाह को कुछ साल बीतने के बाद मान्यता मिल जाती है.