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गया जेल में बंद वार्ड सचिव की इलाज के दौरान मौत, उत्पाद विभाग पर पिटाई का आरोप

गया सेंट्रल जेल (Gaya Central Jail) में बंद एक वार्ड सचिव की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि गंभीर रूप से बीमार चल रहे रामप्रवेश मल्लाह के इलाज को लेकर जेल में लापरवाही बरती गई और उन्हें कैदी से मिलने भी नहीं दिया जाता था.

वार्ड सचिव की इलाज के दौरान मौत
वार्ड सचिव की इलाज के दौरान मौत
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Published : Jul 27, 2022, 10:57 AM IST

Updated : Jul 27, 2022, 11:19 AM IST

गयाः बिहार के गया सेंट्रल जेल में बंद वार्ड सचिव की इलाज के दौरान मौत (Ward secretary Died In Gaya jail) हो जाने का मामला सामने आया है. वार्ड सचिव रामप्रवेश मल्लाह (Ward Secretary Rampravesh Mallah) को शराब पीने के आरोप में आबकारी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया था. परिजनों का आरोप है कि विभाग की टीम ने उसकी बुरी तरह पिटाई कर जेल भेजा था. जिस कारण जेल में उसकी हालत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों का यह भी आरोप है कि जेल में परिवार वालों को मिलने नहीं दिया जा रहा था, जबकि उनकी स्थिति बिगड़ी हुई थी.

ये भी पढ़ेंः सिवान में कैदी की इलाज के दौरान मौत, आक्रोशित परिजनों ने काटा बवाल

24 जुलाई को हुए थे गिरफ्तारः इस संबंध में परिजनों ने बताया कि रामप्रवेश मल्ला गुरुआ थाना अंतर्गत बेलौटी पंचायत के वार्ड संख्या 6 बैजू बिगहा के वार्ड सचिव थे. मृतक की पत्नी संगीता देवी ने बताया कि बीते 24 जुलाई को उत्पाद विभाग के द्वारा उनको शराब पीने के मामले में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद आबकारी की टीम ने मारपीट भी की और जेल भेज दिया था. जेल में भेजे जाने के बाद उनकी स्थिति ठीक नहीं थी. इसकी जानकारी किसी तरह पाकर वो लोग जेल में मिलने जा रहे थे, तो उन्हें रोक दिया जा रहा था. आरोप है कि कैदी को जेल में परिजनों से मिलने नहीं दिया गया.

26 जुलाई को मेडिकल में किया गया भर्तीः इस बीच मंगलवार को एक बार फिर जब परिजन जेल में मिलने गए तो वहां से बताया गया कि रामप्रवेश मल्लाह को इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके बाद परिजन जब वहां मिलने पहुंचे तो थोड़े समय बाद ही रामप्रवेश मल्लाह की मृत्यु हो गई. इसके बाद परिजनों में चीत्कार मच गया. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल था. परिजनों का आरोप है कि आबकारी विभाग पिटाई से वार्ड सचिव की हालत बिगड़ी. वहीं जेल प्रशासन के द्वारा भी लापरवाही बरती गई है. नतीजतन इलाज के अभाव में वार्ड सचिव रामप्रवेश मल्लाह की मौत हुई है.

"24 जुलाई को मेरे पति को शराब पीने के मामले में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनसे मारपीट भी की और जेल भेज दिया. जेल में उनकी स्थिति ठीक नहीं थी. इसकी जानकारी जब हमलोग को लगी तो जेल में मिलने के लिए गए तो मिलने नहीं दिया जा रहा था. जेल प्रशासन की लापरवाही से मेरे पति रामप्रवेश मल्लाह की मौत हुई है"- संगीता देवी, मृतक की पत्नी

"शराब का आदी रहने कारण उसकी स्थिति बिगड़ी हुई थी जिसके बाद उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. वहां उसकी मौत हो गई. परिजन जो आरोप लगा रहे हैं, कि इलाज में लापरवाही बरती गई, वह गलत है. बंदी की मौत के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जा रही है"- सतीश कुमार, जेलर

मेडिकल में इलाज के दौरान हुई मौत: इस संबंध में गया सेंट्रल जेल के जेलर सतीश कुमार ने बताया कि जेल में बंदी रामप्रवेश मल्लाह को पहले से ही बीमार था, उसे बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है. बंदी की मौत के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.

गयाः बिहार के गया सेंट्रल जेल में बंद वार्ड सचिव की इलाज के दौरान मौत (Ward secretary Died In Gaya jail) हो जाने का मामला सामने आया है. वार्ड सचिव रामप्रवेश मल्लाह (Ward Secretary Rampravesh Mallah) को शराब पीने के आरोप में आबकारी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया था. परिजनों का आरोप है कि विभाग की टीम ने उसकी बुरी तरह पिटाई कर जेल भेजा था. जिस कारण जेल में उसकी हालत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों का यह भी आरोप है कि जेल में परिवार वालों को मिलने नहीं दिया जा रहा था, जबकि उनकी स्थिति बिगड़ी हुई थी.

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24 जुलाई को हुए थे गिरफ्तारः इस संबंध में परिजनों ने बताया कि रामप्रवेश मल्ला गुरुआ थाना अंतर्गत बेलौटी पंचायत के वार्ड संख्या 6 बैजू बिगहा के वार्ड सचिव थे. मृतक की पत्नी संगीता देवी ने बताया कि बीते 24 जुलाई को उत्पाद विभाग के द्वारा उनको शराब पीने के मामले में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद आबकारी की टीम ने मारपीट भी की और जेल भेज दिया था. जेल में भेजे जाने के बाद उनकी स्थिति ठीक नहीं थी. इसकी जानकारी किसी तरह पाकर वो लोग जेल में मिलने जा रहे थे, तो उन्हें रोक दिया जा रहा था. आरोप है कि कैदी को जेल में परिजनों से मिलने नहीं दिया गया.

26 जुलाई को मेडिकल में किया गया भर्तीः इस बीच मंगलवार को एक बार फिर जब परिजन जेल में मिलने गए तो वहां से बताया गया कि रामप्रवेश मल्लाह को इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके बाद परिजन जब वहां मिलने पहुंचे तो थोड़े समय बाद ही रामप्रवेश मल्लाह की मृत्यु हो गई. इसके बाद परिजनों में चीत्कार मच गया. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल था. परिजनों का आरोप है कि आबकारी विभाग पिटाई से वार्ड सचिव की हालत बिगड़ी. वहीं जेल प्रशासन के द्वारा भी लापरवाही बरती गई है. नतीजतन इलाज के अभाव में वार्ड सचिव रामप्रवेश मल्लाह की मौत हुई है.

"24 जुलाई को मेरे पति को शराब पीने के मामले में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनसे मारपीट भी की और जेल भेज दिया. जेल में उनकी स्थिति ठीक नहीं थी. इसकी जानकारी जब हमलोग को लगी तो जेल में मिलने के लिए गए तो मिलने नहीं दिया जा रहा था. जेल प्रशासन की लापरवाही से मेरे पति रामप्रवेश मल्लाह की मौत हुई है"- संगीता देवी, मृतक की पत्नी

"शराब का आदी रहने कारण उसकी स्थिति बिगड़ी हुई थी जिसके बाद उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. वहां उसकी मौत हो गई. परिजन जो आरोप लगा रहे हैं, कि इलाज में लापरवाही बरती गई, वह गलत है. बंदी की मौत के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जा रही है"- सतीश कुमार, जेलर

मेडिकल में इलाज के दौरान हुई मौत: इस संबंध में गया सेंट्रल जेल के जेलर सतीश कुमार ने बताया कि जेल में बंदी रामप्रवेश मल्लाह को पहले से ही बीमार था, उसे बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है. बंदी की मौत के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.

Last Updated : Jul 27, 2022, 11:19 AM IST
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