गया: कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और मंदिरों में भीड़भाड़ कम करने के लिए बिहार के मंदिरों पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं. 'ज्ञानस्थली' और 'मोक्षस्थली' के तौर पर प्रसिद्घ गया के मंगलागौरी मंदिर को बंद कर दिया गया है. वहीं जानकारी के अनुसार विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह को बंद कर दिया गया है. वहीं बोधगया स्थित विश्व विख्यात महाबोधि मंदिर के खुलने के समय में भी परिवर्तन किया गया है.
विश्व प्रसिद्घ और बौद्घ संप्रदाय के प्रसिद्घ तीर्थस्थल बोधगया के महाबोधि मंदिर के समय में परिवर्तन किया गया है. महाबोधि मंदिर शनिवार से सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक ही खोला जाएगा और एक बार में 50 श्रद्घालु ही मंदिर में प्रवेश करेंगे.
बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव एऩ दोरजी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, 'कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए महाबोधि मंदिर में पर्यटकों के दर्शनार्थ व्यस्था में परिवर्तन किया गया है. यह व्यवस्था फिलहाल 31 मार्च तक लागू रहेगी.'
आदेश के अनुसार, 'मंदिर में पर्यटकों, श्रद्घालुओं का परिदर्शन सुबह 10 से शाम पांच बजे तक होगा. एक समय में मात्र 50 श्रद्घालु टोकन लेकर मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे. सुबह-शाम सूत्रपाठ, प्रार्थना मुख्य पुजारी के निर्देशन में भिक्षुओं द्वारा किया जाएगा. गर्भगृह में एक समय सिर्फ तीन व्यक्ति ही प्रवेश कर सकेंगे तथा समूह में बैठकर पूजा और साधना की मनाही रहेगी.'
गया के मां मंगलागौरी और विष्णुधाम (विष्णुपद) मंदिर के गर्भ गृह में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. गर्भ गृह के बाहर से ही भक्त दर्शन और पूजन करेंगे.
शहर के मां मंगलागौरी मंदिर प्रबंध कार्यकारिणी के सचिव अमरनाथ गिरी ने बताया कि मंदिर के गर्भगृह को बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मंदिर का गर्भगृह बहुत छोटा है, जिससे भीड़ ज्यादा हो जाती है, ऐसे में भीड़ कम करने के लिए ऐसा निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि फिलहाल श्रद्घालु बाहर से पूजा कर सकेंगे. इधर, विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में भी श्रद्घालुओं व भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.