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गया: वीर सपूत को लोगों ने नम आंखों से दी विदाई, देशभक्ति नारों से गूंज उठा आसमान

मृतक जवान इसी साल होली की छुट्टी में पत्नी रेशमा पटेल और 3 वर्षीय बच्ची आराध्या के संग पैतृक गांव आये थे. शहीद के पिता ने बताया कि पंकज इसी शनिवार को आने वाले थे. वो तो नहीं लौटे लेकिन उनका शव आया.

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Published : Jul 20, 2019, 12:42 PM IST

सीआईएसएफ जवान अंतिम संस्कार

गया: जिले के टिकारी निवासी और सीआईएसएफ जवान पंकज कुमार को अंतिम विदाई दी गई. पैतृक गांव रानीगंज निसरपुर में वीर सपूत की विदाई के समय हर किसी की आंखें नम थी. जवान पंकज कुमार की मौत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिला स्थित धारचूला में भूस्खलन से हो गई थी.

gaya
मृतक जवान के अंतिम दर्शन करने पहुंचे लोग

वीर सपूत को देख रो उठा पूरा गांव
शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचते ही घर पर चित्कार मच गया. जवान का शव देख, गांव के हर किसी की आंखों से आंसू बह निकले. बच्चे हो या बूढ़े या फिर महिलाएं, अपने वीर सपूत को खो कर सब रो रहे थे.

gaya
सीआईएसएफ के जवान

शनिवार को आने वाले थे घर
गौरतलब है कि 27 वर्षीय पंकज 2014 में सीआईएसएफ में भर्ती हुए थे. उनके पिता औरंगाबाद स्थित दाउदनगर ब्लॉक कार्यालय में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी हैं. मृतक जवान इसी साल होली की छुट्टी में पत्नी रेशमा पटेल और 3 वर्षीय बच्ची आराध्या के संग पैतृक गांव आये थे. शहीद के पिता ने बताया कि पंकज इसी शनिवार को आने वाले थे. वो तो नहीं लौटे लेकिन उनका शव आया. जवान की पत्नी गर्भवती है.

वीर सपूत को नम आंखों से दी गई आखिरी विदाई

नारों से गूंजा पूरा गांव
पंकज को घर पर ही शोक सलामी जवानों के द्वारा अर्पित की गयी. इस मौके पर सीआईएसएफ के जवान ने पिता रमेश प्रसाद को राष्ट्रीय ध्वज समर्पित किया. शोक सलामी के उपरांत सीआईएसएफ जवान पंकज का अंतिम संस्कार गांव के दक्षिण छोरी स्थित घाट पर किया गया. जवान के छोटे भाई छोटू ने मुखाग्नि दी. इस मौके पर एसएसबी के जवानों ने साथी को श्रद्धांजलि अर्पित किया. जवान का अंतिम दर्शन पाने के लिए इलाके के लोग उमड़ पड़े. पूरा गांव पंकज कुमार अमर रहे के नारों से गूंज उठा.

गया: जिले के टिकारी निवासी और सीआईएसएफ जवान पंकज कुमार को अंतिम विदाई दी गई. पैतृक गांव रानीगंज निसरपुर में वीर सपूत की विदाई के समय हर किसी की आंखें नम थी. जवान पंकज कुमार की मौत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिला स्थित धारचूला में भूस्खलन से हो गई थी.

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मृतक जवान के अंतिम दर्शन करने पहुंचे लोग

वीर सपूत को देख रो उठा पूरा गांव
शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचते ही घर पर चित्कार मच गया. जवान का शव देख, गांव के हर किसी की आंखों से आंसू बह निकले. बच्चे हो या बूढ़े या फिर महिलाएं, अपने वीर सपूत को खो कर सब रो रहे थे.

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सीआईएसएफ के जवान

शनिवार को आने वाले थे घर
गौरतलब है कि 27 वर्षीय पंकज 2014 में सीआईएसएफ में भर्ती हुए थे. उनके पिता औरंगाबाद स्थित दाउदनगर ब्लॉक कार्यालय में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी हैं. मृतक जवान इसी साल होली की छुट्टी में पत्नी रेशमा पटेल और 3 वर्षीय बच्ची आराध्या के संग पैतृक गांव आये थे. शहीद के पिता ने बताया कि पंकज इसी शनिवार को आने वाले थे. वो तो नहीं लौटे लेकिन उनका शव आया. जवान की पत्नी गर्भवती है.

वीर सपूत को नम आंखों से दी गई आखिरी विदाई

नारों से गूंजा पूरा गांव
पंकज को घर पर ही शोक सलामी जवानों के द्वारा अर्पित की गयी. इस मौके पर सीआईएसएफ के जवान ने पिता रमेश प्रसाद को राष्ट्रीय ध्वज समर्पित किया. शोक सलामी के उपरांत सीआईएसएफ जवान पंकज का अंतिम संस्कार गांव के दक्षिण छोरी स्थित घाट पर किया गया. जवान के छोटे भाई छोटू ने मुखाग्नि दी. इस मौके पर एसएसबी के जवानों ने साथी को श्रद्धांजलि अर्पित किया. जवान का अंतिम दर्शन पाने के लिए इलाके के लोग उमड़ पड़े. पूरा गांव पंकज कुमार अमर रहे के नारों से गूंज उठा.

Intro:गया जिले के टिकारी के रहने वाले सीआईएसएफ के जवान पंकज कुमार को उनके पैतृक गांव रानीगंज निसरपुर में शुक्रवार को नम आंखों से विदाई दी गई। सीआईएसएफ जवान पंकज कुमार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिला के धारचूला में भूस्खलन आने से मौत हो गई थी। पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचते ही उनके घर पर चित्कार मच गया बच्चा बूढ़ा हर कोई जवान का शव देखकर रो रहा था।


Body:27 वर्षीय पंकज 2014 में सीआईएसएफ में भर्ती हुआ था इस वर्ष अपनी पत्नी रेशमा पटेल व 3 वर्षीय बच्ची आराध्या के संग होली में अपने पैतृक घर आया था।पंकज के परिजन ने बताया कि उसकी पत्नी गर्भवती है। पंकज पत्नी और बेटी को लेकर शनिवार को घर आने वाला था ,इसी बीच उसके ना रहने की खबर आया।शहीद जवान के पिता औरंगाबाद के दाउदनगर ब्लॉक कार्यालय में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी हैं।

जवानों द्वारा पंकज के घर पर ही शोक सलामी अर्पित की गयी। सीआईएसएफ के जवान ने पंकज के पिता रमेश प्रसाद को राष्ट्रीय ध्वज समर्पित किया। शोक सलामी के उपरांत सीआईएसएफ जवान पंकज के पार्थिव शरीर के अंतिम संस्कार के लिए गांव के दक्षिण छोरी स्थित घाट पर ले गए जहां पंकज के छोटे भाई छोटू ने मुखाग्नि दी।घाट पर एसएसबी के जवानों ने भी पंकज को श्रद्धांजलि दी।पंकज के अंतिम दर्शन के लिए के लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा और पंकज कुमार अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा।


Conclusion:वीडियो व्हाट्सएप पर भेज सकता हूँ।
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