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गया: ग्रामीणों को मिला नल-जल योजना से पानी, खुश होकर बोली महिला- जुग जुग जिअ सरकार

मानपुर प्रखण्ड में गर्मियों के दृश्य बड़ा भयावह होता है, जिस गड्डे से आदमी पानी पीता है. उसी गढ्ढे के पानी को जानवर भी पीते हैं. लेकिन इन समस्याओं को अब सरकार की नल जल योजना दूर कर रही है. ये योजना इन क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो रही है.

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Published : Nov 29, 2019, 10:30 AM IST

गयाः जिले में भौगोलिक स्थिति का बुरा प्रभाव गर्मी के दिनों में देखने को मिलता है शहर और गांव तक पानी के लिए हाहाकार मची रहती है. जिला मुख्यालय से छः किलोमीटर दूर मानपुर प्रखण्ड के बाराडीह गांव में टैंकर से पानी लेने के मारामारी होती थी. लेकिन अब सरकार के सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना से गांव के 180 घरों में नल से पानी पहुंचा है. घर मे पानी आने से खुश ग्रामीणों ने सरकार को धन्यवाद दिया है.

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घर में लगे नल से पानी भरती महिला

रंग लाई सरकार की योजना
बिहार के सबसे गर्म जिला गया में सरकार की नल जल योजना ने गरीब ग्रामीणों के चेहरे पर खुशहाली ला दी है. पिछले कुछ सालों से बाराडीह गांव में भगौलिक परिस्थितियों के कारण पेयजल की समस्या बनी हुई थी. लेकिन सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयास से यहां सरकार की योजना रंग लाई और सैकड़ों लोगों को नल का जल मिलने लगा. अब यहां के लोगों को पानी के लिए मुशक्कत करने से निजात मिल गई है.

gaya
ग्रामीण महिला

पानी के लिए लगती थी लंबी लाइन
पानी मिलने से खुश बाराडीह गांव की ग्रामीण गौरी देवी बताती हैं कि गर्मी के दिनों में पीने के पानी की किल्लत हो गई थी. देवी स्थान पर एक चापाकल लगा है, उसी से लंबी लाइन लगाकर पानी लेते थे. उससे आपूर्ति नहीं हुआ तो पानी का टैंकर आया. उससे पानी लेने लगे. लोग गर्मी के दिनों में पानी के लिए लड़ते थे. सरकार ने घर तक नल से पानी पहुंचा दिया है. अब तो बहुत आराम है, जुग जुग जिए सरकार

ये भी पढ़ेंः बिहार के कतरनी और गोविंद भोग चावल से तैयार होगा अयोध्या में रामलला का भोग

'जैसे-तैसे मिलता था पानी'
वहीं, ग्रामीण बिहारी मिस्त्री बताते हैं- इस गर्मी में घर का बोरिंग और आसपास का चापाकल सुख गया था. पीने के लिए पानी नहीं था. जैसे-तैसे व्यवस्था करके पीने का पानी मिलता था. गर्मी के दिन में पानी के अभाव के कारण आठ दिन पर नहाते थे. यहां के जमीन में पानी बहुत गहराई में है. वहां तक हमलोग को बोरिंग करना मुश्किल है. सरकार ने नल जल योजना से घर तक पानी पहुंचाया है, सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद.

जानकारी देते संवादाता और खुश ग्रामीण

गर्मी के दिनों में भयावह रहती है स्थिति
बता दें कि जिला प्रशासन, नगर निगम और नगर पंचायत भरकस प्रयास करती है कि लोगों को पेयजलापूर्ति कर दिया जाए, लेकिन प्रयास उतना सफल नहीं रहता है, मानपुर प्रखण्ड में गर्मियों के दृश्य बड़ा भयावह होता है, जिस गड्डे से आदमी पानी पीता है. उसी गढ्ढे के पानी को जानवर भी पीते हैं. लेकिन इन समस्याओं को अब सरकार की नल जल योजना दूर कर रही है. नल जल योजना इन क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो रही है.

गयाः जिले में भौगोलिक स्थिति का बुरा प्रभाव गर्मी के दिनों में देखने को मिलता है शहर और गांव तक पानी के लिए हाहाकार मची रहती है. जिला मुख्यालय से छः किलोमीटर दूर मानपुर प्रखण्ड के बाराडीह गांव में टैंकर से पानी लेने के मारामारी होती थी. लेकिन अब सरकार के सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना से गांव के 180 घरों में नल से पानी पहुंचा है. घर मे पानी आने से खुश ग्रामीणों ने सरकार को धन्यवाद दिया है.

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घर में लगे नल से पानी भरती महिला

रंग लाई सरकार की योजना
बिहार के सबसे गर्म जिला गया में सरकार की नल जल योजना ने गरीब ग्रामीणों के चेहरे पर खुशहाली ला दी है. पिछले कुछ सालों से बाराडीह गांव में भगौलिक परिस्थितियों के कारण पेयजल की समस्या बनी हुई थी. लेकिन सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयास से यहां सरकार की योजना रंग लाई और सैकड़ों लोगों को नल का जल मिलने लगा. अब यहां के लोगों को पानी के लिए मुशक्कत करने से निजात मिल गई है.

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ग्रामीण महिला

पानी के लिए लगती थी लंबी लाइन
पानी मिलने से खुश बाराडीह गांव की ग्रामीण गौरी देवी बताती हैं कि गर्मी के दिनों में पीने के पानी की किल्लत हो गई थी. देवी स्थान पर एक चापाकल लगा है, उसी से लंबी लाइन लगाकर पानी लेते थे. उससे आपूर्ति नहीं हुआ तो पानी का टैंकर आया. उससे पानी लेने लगे. लोग गर्मी के दिनों में पानी के लिए लड़ते थे. सरकार ने घर तक नल से पानी पहुंचा दिया है. अब तो बहुत आराम है, जुग जुग जिए सरकार

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'जैसे-तैसे मिलता था पानी'
वहीं, ग्रामीण बिहारी मिस्त्री बताते हैं- इस गर्मी में घर का बोरिंग और आसपास का चापाकल सुख गया था. पीने के लिए पानी नहीं था. जैसे-तैसे व्यवस्था करके पीने का पानी मिलता था. गर्मी के दिन में पानी के अभाव के कारण आठ दिन पर नहाते थे. यहां के जमीन में पानी बहुत गहराई में है. वहां तक हमलोग को बोरिंग करना मुश्किल है. सरकार ने नल जल योजना से घर तक पानी पहुंचाया है, सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद.

जानकारी देते संवादाता और खुश ग्रामीण

गर्मी के दिनों में भयावह रहती है स्थिति
बता दें कि जिला प्रशासन, नगर निगम और नगर पंचायत भरकस प्रयास करती है कि लोगों को पेयजलापूर्ति कर दिया जाए, लेकिन प्रयास उतना सफल नहीं रहता है, मानपुर प्रखण्ड में गर्मियों के दृश्य बड़ा भयावह होता है, जिस गड्डे से आदमी पानी पीता है. उसी गढ्ढे के पानी को जानवर भी पीते हैं. लेकिन इन समस्याओं को अब सरकार की नल जल योजना दूर कर रही है. नल जल योजना इन क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो रही है.

Intro:गया के भौगोलिक स्थिति का बुरा प्रभाव गर्मी के दिन में देखने को मिलता है शहर और गांव तक पानी के लिए हाहाकार मचा रहता है। जिला मुख्यालय से छः किलोमीटर दूर मानपुर प्रखण्ड के बाराडीह गांव में टैंकर से पानी लेने के मारामारी होता था। अब सरकार के सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना से गांव के 180 घरों में नल से पानी पहुँचा हैं। घर मे पानी आने से ग्रामीण सरकार को धन्यवाद कर रहे हैं।


Body:बिहार के सबसे गर्म जिला गया है पिछले वर्ष बारिश नही होने और भगौलिक परिस्थितियों के कारण जिला में पेयजल का समस्या बना रहता है। जिला प्रशासन, नगर निगम और नगर पंचायत भरकस प्रयास करती है लोगो को पेयजलापूर्ति कर दिया जाए, लेकिन प्रयास उतना सफल नही रहता है , इसी प्रखण्ड में गर्मियों के दृश्य बड़ा भयावह होता हैं नदी एक गड्डे से आदमी पानी पीता है उसी गढ्ढे के पानी को जानवर पिता है। इन समस्याओं को दूर सरकार की नल जल योजना कर रही है। नल जल योजना इन क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

बाराडीह गांव ग्रामीण गौरी देवी बताती है गर्मी के दिन में पीने के पानी का किल्लत हो गया था। देवी स्थान पर एक चापाकल लगा लगा है उसी से लंबी लाइन लगकर पानी पीने के लिए लेते थे उससे आपूर्ति नही हुआ तो पानी का टैंकर आया उससे पानी लेने लगे। लोग गर्मी के दिनों में पानी के लिए लड़ते है। सरकार ने घर तक नल से पानी पहुँचा दिया है अब तो बहुत आराम है। सरकार जुग जुग जिय

ग्रामीण बिहारी मिस्त्री बताते हैं इस गर्मी में घर का बोरिंग और आसपास का चापाकल सुख गया। पीने के लिए पानी नही था। जैसे तैसे व्यवस्था करके पीने का पानी मिलता था। गर्मी के दिन में पानी के अभाव के कारण आठ दिन पर नहाते थे। यहां के जमीन में पानी बहुत गहराई में है वहा तक हमलोग को बोरिंग करना मुश्किल है। सरकार ने नल जल योजना से घर तक पानी पहुचाया हैं सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद।


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