गया: कोरोना संकट के बीच अब विवाह समारोह में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं. जिले के मानपुर बाजार स्थित मैरेज हॉल में भी अनोखे अंदाज में शादी हुई. यह शादी बिना बैंड, बाजा और बारात के हुई. लड़के वाले जब मैरेज हॉल पहुंचे तो लड़की पक्ष ने पहले बारातियों के बीच में मास्क बांटा. इसके बाद सेनेटाइजर यूज करने के बाद दोनों पक्ष के लोगों ने एक-दूसरे को माला पहनाया. कोलकाता से आयी बारात में मात्र 15 लोग ही शामिल थे.
जयमाला से पहले सेनेटाइजर का प्रयोग
दुल्हन जब जयमाला के लिए स्टेज पर पहुंची तो दूल्हे को तिलक करने के बजाय पहले दोनों ने सेनेटाइजर का प्रयोग किया. फिर एक दूसरे को मास्क दिया और फिर दोनों ने मास्क पहनकर एक दूसरे को माला पहनाया. उसके बाद शादी की रस्म शुरू की गई. वहीं लड़की के चाचा विजय कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार ने जो गाइडलाइन जारी किया है, उसका पालन किया जा रहा है.
पूरा परिवार नहीं हुआ शामिल
दुल्हन के चाचा ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से शादी में पूरा परिवार शामिल नहीं हो पाया है. जिसका हमलोगों को दुःख भी है. इतना ही नहीं जो लोग शादी में शामिल हुए हैं, उनके हाथों को पहले सेनेटाइज किया जा रहा है और उन्हें मास्क देकर शादी में शामिल होने को कहा जा रहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण अपने पूरे रिश्तेदारों को भी शादी में नहीं बुला सके हैं. सिर्फ 10-15 लोग ही शादी में शामिल हुए हैं.
डायबिटीज से ग्रसित हैं माता-पिता
दूल्हे के मौसा गोपाल प्रसाद चंद्रवंशी ने कहा कि इस शादी में दूल्हे की मां और पिता शामिल नहीं हो सके हैं. क्योंकि वो लोग कोलकाता में है और उनकी उम्र 65 साल है और डायबिटीज के मरीज हैं. ऐसे में कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम और बचाव के गाइडलाइन के अनुसार वह अपने बेटे की शादी में शामिल नहीं हुए हैं. इसलिए दूल्हे के मौसा ने ही शादी के दौरान माता-पिता की रस्मों को निभाया.