गया: बिहार के गया के पंचानपुर में स्थित दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (Central University of South Bihar in Gaya) के 3 शोधार्थियों का नाम 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में दर्ज किया गया है. यह तीनों शोधार्थी छात्र सीयूएसबी के हिंदी विभाग के हैं. भारत में हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड पुरस्कार प्राप्त सभी खिलाड़ियों पर शोधात्मक लेखन कार्य अध्ययन के लिए इन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान दिया गया है.
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पहले भी रूद्र चरण ने प्राप्त किया है मेडल: हिंदी विभाग के शोधार्थी छात्र ज्ञांति, पुष्पा कुमारी और रुद्र चरण ने अपने रचनाओं के माध्यम से 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में जगह बनाई है. तीनों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड प्राप्त खिलाड़ियों पर शोधात्मक कार्य के लिए यह मेडल दिया गया है. वहीं, इसमें रुद्र चरण अर्जुन पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों के पर भी शोधपरक कार्य कर इससे पहले भी गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित हो चुके हैं.
कविताओं के माध्यम से तैयार की पुस्तक: दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (CUSB) के शोधार्थियों ने अध्ययन कार्य डॉ. अमित कुमार दीक्षित राजभाषा विभाग कोलकाता और डॉ.आशीष कुमार साव के दिशा निर्देशन में किया था. मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड प्राप्त खिलाड़ियों के पर शोधात्मक कार्य को कविताओं के माध्यम से शोधार्थी छात्रों ने एक पुस्तक का रूप दिया.
सीयूएसबी के लिए बड़ी उपलब्धी: इस कार्य को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्था ने सराहनीय बताते हुए "गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड "में स्थान दिया है. वहीं इन्हें मेडल-सर्टिफिकेट देकर सम्मानित भी किया. यह एक बड़ी उपलब्धि सीयूएसबी की बताई जा रही है, जहां 3 छात्रों ने ऐसा करके कमाल कर दिखाया. ज्ञांति और रुद्र चरण फिलहाल प्रो. सुरेश चन्द्र के निर्देशन में शोधरत हैं. वहीं पुष्पा कुमारी डॉ. रामचंद्र रजक के निर्देशन में शोध कार्य कर रही है.
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