गया: जिले में बीते रात डीहुरी गांव में एक पुआल की झोपड़ी में आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गई. आग इतनी भयावह थी कि आग बुझाते-बुझाते तीनों आग की चपेट में आ गए.
अतरी थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना में मृतक की पहचान जगलाल मांझी उम्र 65 वर्ष, देवंती देवी उम्र 61 वर्ष और मुंगिया देवी उम्र 80 वर्ष के रूप में की गई है.
आग में झुलसे तीन लोग
डीहुरी गांव में जगलाल मांझी के घर उसकी सास मूंगिया देवी आयी हुई थी. जो कि जगलाल मांझी की पत्नी देमंती देवी के साथ एक कमरे में सोयी हुई थी. जगलाल मांझी अपने मानसिक रूप से विकलांग बेटे के साथ दूसरे कमरे में सोए हुए थे. इसी बीच रात 11 बजे एक कमरे में आग लगी. वहीं जगलाल मांझी आग बुझाने गए लेकिन वे भी दोनों के साथ आग की चपेट में आ गए. जब तक पड़ोसी आग बुझाते तब तक तीनों की मौत हो गई थी.
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आग लगने की वजह का पता नहीं लग पाया है. मेरे पिता, माता और नानी की मौत आग की चपेट में आने से हो गई है. आग लगने के काफी देर के बाद मुझे पता लगा. तब तक आग विकराल रूप ले लिया था. - सत्येंद्र कुमार, मृतक के पुत्र
आपदा के तहत चार लाख रुपये दी जाएगी राशि
मुखिया ने बताया की सीओ से बात हुई है. उन्होंने कहा है कि इन तीनों मृतक के परिवार को आपदा के तहत चार लाख रुपये की राशि दी जाएगी. यदि पक्का मकान होता तो ये घटना घटित नहीं होता. आवास सहायक ने इस परिवार को इंदिरा आवास योजना का लाभ नहीं दिया है.
मेरे पंचायत में आग लगने की घटना घटित हुई है. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है. कबीर अंत्योष्टि के तहत तीन-तीन हजार की राशि दी गई है. साथ ही पारिवारिक लाभ के लिए बीस हजार रुपये भी दिया जाएगा. -प्रमोद कुमार, मुखिया, डीहुरी पंचायत
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर तीनों शवों को बरामद कर लिया है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है. आग लगने का स्पष्ट कारण अब तक पता नहीं चल पाया है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि ठंड को लेकर आग तापने के लिए आग जलाई गई होगी, जिससे रात को आग लग गई. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. -प्रशांत कुमार, अतरी थाना प्रभारी