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गया जेल में आतंकी तौसीफ पठान हुआ खूंखार, सुरक्षा गार्डों को दांतों से काटा

अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट (Ahmedabad Serial Blast) के मुख्य आरोपियों में से एक तौसीफ पठान गया जेल में खूंखार हो गया है. गया जेल में बंद ये आतंकी लगातार अपनी हरकतों से परेशानी का सबब बना हुआ है. जेल से भागने के लिए वो तरह-तरह की प्लानिंग करता है. पढ़ें पूरी खबर...

गया जेल
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Published : May 14, 2022, 8:55 AM IST

Updated : May 14, 2022, 11:49 AM IST

गयाः अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपियों में से एक आतंकी तौसीफ पठान (Sentenced Terrorist Tausif Pathan) गया सेंट्रल जेल में खूंखार हो गया है. जानकारी के मुताबिक बीते दिनों उसने गया जेल के दो सुरक्षा गार्डों को अपने दांत गड़ाकर घायल (Terrorist Tausif Pathan Attacked On Security Guard) कर दिया. माना जा रहा है कि वह भागने की फिराक में रहता है और इसी कोशिश में उसने इस तरह की हरकत की. इस घटना के बाद जेल प्रशासन काफी चौकन्ना हो गया है.

ये भी पढ़ें- 'नीतीश जी... मेरी जान को खतरा है, आतंकवादी के साथी करते हैं पीछा, मुझे दें पूर्ण सुरक्षा'

सकते में है जेल प्रशासनः गया सेंट्रल जेल के दो सुरक्षाकर्मियों पर दांत गड़ा कर हमला करने की बात फैलते ही जेल प्रशासन सकते में आ गया. इसके बाद किसी तरह सुरक्षा गार्डों को उसके चंगुल से मुक्त कराते हुए स्थिति को काबू में किया गया. जेल प्रशासन खूंखार हुए आतंकी तौसीफ को लेकर काफी सतर्क है. गया जेल में बंद ये आतंकी लगातार अपनी हरकतों से परेशानी का सबब बना हुआ है. जेल से भागने के लिए वो तरह-तरह की प्लानिंग करता है. हालांकि इस मामले में किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई. आतंकी तौसीफ की हर गतिविधियों पर अब जेल प्रशासन द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है, ताकि वो किसी बड़ी घटना को अंजाम न दे सके.

ये भी पढ़ेंः Gaya News: खूंखार आतंकी को पकड़ने वाले अनुराग बच्चों को दे रहे मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग

अदालत ने सुनाई थी फांसी की सजाः इसी साल 18 फरवरी को अहमदाबाद की अदालत ने अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के आरोप में 38 अभियुक्तों को फांसी की सजा सुनाई थी. इसमें गया जेल में बंद तौसीफ पठान का भी नाम शामिल था. गया जेल में बंद तौसीफ की ऑनलाइन पेशी होती थी. पहले से ही सिरदर्द बना आतंकी तौसीफ अहमदाबाद की अदालत द्वारा फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद बंद गया सेंट्रल जेल में अब और खूंखार बन गया है. उसकी हरकतों के कारण पूरा जेल प्रशासन अलर्ट मोड में है. गया से उसके पकड़े जाने के बाद देश के कई राज्यों की एटीएस की टीम ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर ले जाकर उसके द्वारा संचालित आतंकी नेटवर्क को खंगाला था.

गया में शिक्षक बनकर 8 साल रहाः दरअसल, गुजरात के अहमदाबाद में 26 जुलाई 2008 को आतंकियों द्वारा सिलसिलेवार बम धमाके किए गए थे. इस आतंकी हमले में कई लोगों की जानें चली गईं थीं. इसके बाद से ही आतंकी तौसीफ अपना ठिकाना बदल-बदल कर सुरक्षा एजेंसियों को लगातार चकमा देकर फरार हो गया था. तौसीफ बिहार के गया जिले के करमौनी के एक स्कूल में शिक्षक बनकर भारत विरोधी गतिविधियों को संचालित कर रहा था. सूत्रों की माने तो गया में रहकर वो सीधे पाकिस्तान के आतंकी संगठन के संपर्क में था. यहीं से पाकिस्तान को मेल से अपनी आतंकी गतिविधियों की जानकारी देता था. वह गया शहर के सिविल लाइन थाना अंतर्गत राजेंद्र आश्रम मोहल्ले में स्थित एक साइबर कैफे में बराबर आता था. इसी दौरान, कैफे संचालक अनुराग बसु को तौसीफ पर शक हुआ तो उसने इस पर निगरानी रखनी शुरू कर दी.

कैफे संचालक अनुराग ने कराई थी गिरफ्तारीः इस बीच, 13 अप्रैल 2017 को कैफे में बैठकर तौसीफ एक मेल भेज रहा था. मेल में पाकिस्तानी झंडा देखकर अनुराग बसु का शक यकीन में बदला गया. जिसके बाद कैफे संचालक ने इसकी जानकारी लोकल पुलिस को दी. इस बात की भनक लगते ही आतंकी तौसीफ और उसका एक साथी भागने की फिराक में था. लेकिन बहादुर और कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल कर चुका कैफे संचालक ने दोनों का पीछा कर पकड़ लिया. इसके बाद गया जिले की सिविल लाइन थाना की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर छापामारी कर कई आतंकी सामग्रियां बरामद की गईं थीं. इस मामले में भी गया के सिविल लाइन थाना में तौसीफ के खिलाफ दर्ज केस फिलहाल ट्रायल में है.

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गयाः अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपियों में से एक आतंकी तौसीफ पठान (Sentenced Terrorist Tausif Pathan) गया सेंट्रल जेल में खूंखार हो गया है. जानकारी के मुताबिक बीते दिनों उसने गया जेल के दो सुरक्षा गार्डों को अपने दांत गड़ाकर घायल (Terrorist Tausif Pathan Attacked On Security Guard) कर दिया. माना जा रहा है कि वह भागने की फिराक में रहता है और इसी कोशिश में उसने इस तरह की हरकत की. इस घटना के बाद जेल प्रशासन काफी चौकन्ना हो गया है.

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सकते में है जेल प्रशासनः गया सेंट्रल जेल के दो सुरक्षाकर्मियों पर दांत गड़ा कर हमला करने की बात फैलते ही जेल प्रशासन सकते में आ गया. इसके बाद किसी तरह सुरक्षा गार्डों को उसके चंगुल से मुक्त कराते हुए स्थिति को काबू में किया गया. जेल प्रशासन खूंखार हुए आतंकी तौसीफ को लेकर काफी सतर्क है. गया जेल में बंद ये आतंकी लगातार अपनी हरकतों से परेशानी का सबब बना हुआ है. जेल से भागने के लिए वो तरह-तरह की प्लानिंग करता है. हालांकि इस मामले में किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई. आतंकी तौसीफ की हर गतिविधियों पर अब जेल प्रशासन द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है, ताकि वो किसी बड़ी घटना को अंजाम न दे सके.

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अदालत ने सुनाई थी फांसी की सजाः इसी साल 18 फरवरी को अहमदाबाद की अदालत ने अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के आरोप में 38 अभियुक्तों को फांसी की सजा सुनाई थी. इसमें गया जेल में बंद तौसीफ पठान का भी नाम शामिल था. गया जेल में बंद तौसीफ की ऑनलाइन पेशी होती थी. पहले से ही सिरदर्द बना आतंकी तौसीफ अहमदाबाद की अदालत द्वारा फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद बंद गया सेंट्रल जेल में अब और खूंखार बन गया है. उसकी हरकतों के कारण पूरा जेल प्रशासन अलर्ट मोड में है. गया से उसके पकड़े जाने के बाद देश के कई राज्यों की एटीएस की टीम ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर ले जाकर उसके द्वारा संचालित आतंकी नेटवर्क को खंगाला था.

गया में शिक्षक बनकर 8 साल रहाः दरअसल, गुजरात के अहमदाबाद में 26 जुलाई 2008 को आतंकियों द्वारा सिलसिलेवार बम धमाके किए गए थे. इस आतंकी हमले में कई लोगों की जानें चली गईं थीं. इसके बाद से ही आतंकी तौसीफ अपना ठिकाना बदल-बदल कर सुरक्षा एजेंसियों को लगातार चकमा देकर फरार हो गया था. तौसीफ बिहार के गया जिले के करमौनी के एक स्कूल में शिक्षक बनकर भारत विरोधी गतिविधियों को संचालित कर रहा था. सूत्रों की माने तो गया में रहकर वो सीधे पाकिस्तान के आतंकी संगठन के संपर्क में था. यहीं से पाकिस्तान को मेल से अपनी आतंकी गतिविधियों की जानकारी देता था. वह गया शहर के सिविल लाइन थाना अंतर्गत राजेंद्र आश्रम मोहल्ले में स्थित एक साइबर कैफे में बराबर आता था. इसी दौरान, कैफे संचालक अनुराग बसु को तौसीफ पर शक हुआ तो उसने इस पर निगरानी रखनी शुरू कर दी.

कैफे संचालक अनुराग ने कराई थी गिरफ्तारीः इस बीच, 13 अप्रैल 2017 को कैफे में बैठकर तौसीफ एक मेल भेज रहा था. मेल में पाकिस्तानी झंडा देखकर अनुराग बसु का शक यकीन में बदला गया. जिसके बाद कैफे संचालक ने इसकी जानकारी लोकल पुलिस को दी. इस बात की भनक लगते ही आतंकी तौसीफ और उसका एक साथी भागने की फिराक में था. लेकिन बहादुर और कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल कर चुका कैफे संचालक ने दोनों का पीछा कर पकड़ लिया. इसके बाद गया जिले की सिविल लाइन थाना की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर छापामारी कर कई आतंकी सामग्रियां बरामद की गईं थीं. इस मामले में भी गया के सिविल लाइन थाना में तौसीफ के खिलाफ दर्ज केस फिलहाल ट्रायल में है.

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Last Updated : May 14, 2022, 11:49 AM IST
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