गया: गुरुवार को राजकीय पितृपक्ष मेला 2019 का उद्धाटन उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी करेंगे. ऐसे में साल 2018 के मेले में सुशील मोदी का बयान एकबार फिर याद आ रहा है. इसको लेकर विपक्ष एकबार फिर हमलावर है. कांग्रेस नेता ने तंज कसा है कि पिछली बार हाथ जोड़ने पर अपराधी शांत नहीं हुए, इसबार लगता है दंडवत करना पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रदेश में उपमुख्यमंत्री ही अपराध करने को कहें, वहां अपराधी पुलिस-प्रशासन से क्यों डरें?
दरअसल, सुशील मोदी ने साल 2018 में पितृपक्ष मेला उद्घाटन समारोह के मौके पर कहा था कि,'मेले में बाहर से आनेवाले व्यक्तियों को शिकायत का कोई भी मौका नहीं मिलना चाहिए. इसके लिए मैं अपराधियों से भी हाथ जोड़कर आग्रह करूंगा कि कम से कम पितृपक्ष में छोड़ दीजिए.'
विपक्ष ने जमकर ली थी चुटकी
सुमो के इस बयान पर उनकी जमकर किरकिरी हुई थी. विपक्ष ने उनपर बिहार में क्राइम को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था. इस साल पितृपक्ष मेले में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के उद्घाटनकर्ता के रुप में आने से पितृपक्ष मेला 2018 के उद्धघाटन समारोह में दिया गया भाषण फिर से चर्चा में आ गया है.
'हाथ जोड़ने से काम नहीं चलेगा, लगता है दंडवत करना पडे़गा'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मिट्ठू ने कहा है कि पिछले वर्ष तो सुशील मोदी अपराधियों को हाथ जोड़कर अनुरोध कर रहे थे कि पितृपक्ष मेला तक कोई क्राइम मत कीजिये. उसके बाद खुलेआम कीजिये. इस वर्ष तो क्राइम चरम सीमा पर है. लगता है इसबार दंडवत करना पड़ेगा.
गया के क्राइम रेट में इजाफा
गौरतलब है कि गया के क्राइम रेट में इनदिनों इजाफा हुआ है. मेला क्षेत्र के चांद चौरा में दोहरा हत्याकांड हुआ. इसके बाद हाल के दिनों में ही दो बलात्कार का घटना घटित हुई. चोरी और लूटपाट को अंजाम देना तो आम हो गया है. ऐसे में विपक्ष का कहना है कि इस वर्ष उपमुख्यमंत्री को हाथ जोड़ने से नही दंडवत करने से ही शायद अपराधी मानेंगे.