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बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का पांच दिवसीय प्रवचन संपन्न, 47 देशों से पहुंचे करीब 35 हजार श्रद्धालु - धर्मगुरु दलाईलामा

दलाई लामा ने कहा कि दुनिया में अशांति फैली हुई है. अमेरिका, ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया में आग से बहुत सारे जीव मर गए. इसके अलावा ताप बढ़ने से मनुष्यों की मौत हो रही है. ऐसे में पर्यावरण को बचाना बहुत जरूरी है.

dalai lama in bodhgaya
बौध धर्मगुरु दलाईलामा
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Published : Jan 6, 2020, 12:03 PM IST

गया: बोधगया के कालचक्र मैदान में बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने अपने पांच दिवसीय प्रवचन के अंतिम दिन प्रवचन दिया. जहां सभी श्रद्धालुओं ने उन्हें ध्यान मग्न होकर सुना.

बता दें कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा का प्रवचन सुनने के लिए करीब 35 हजार बौद्ध श्रद्धालु कालचक्र मैदान में पहुंचे हैं. वहीं, प्रवचन के विशेष शैक्षणिक सत्र में भूटान, नेपाल, तिब्बत, अमेरिका, जापान, रूस, इंडोनेशिया, जर्मनी और थाईलैंड सहित 47 देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए.

dalai lama in bodhgaya
47 देशों से करीब 35 हजार श्रद्धालु प्रवचन सुनने पहुंचे

'कोई यहां बिजनेस करने नहीं आया है'
प्रवचन के दौरान धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि बोधगया के पवित्र पावन भूमि पर सभी उपासक हजारों की संख्या में पहुंचे हैं. जहां वे प्रवचन सुनने और शांति के लिए आए हैं. वे कोई बिजनेस करने नहीं आए हैं. भगवान बुद्ध से जिन लोगों ने ज्ञान प्राप्त किया, वो सभी अपने-अपने इष्ट देव को याद कर साधना करने आए हैं.

बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का प्रवचन हुआ संपन्न

'पर्यावरण को बचाना जरूरी'
दलाई लामा ने कहा कि तिब्बतियों में तंत्र विद्या काफी फैली हुई है. वे अपने कर्मों के लिए अलग-अलग अनुष्ठान करते हैं. वहीं, चीन से सबसे अधिक बौद्ध भिक्षु आए हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया में अशांति फैली हुई है. अमेरिका, ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया में आग से बहुत सारे जीव मर गए. इसके अलावा ताप बढ़ने से मनुष्यों की मौत हो रही है. ऐसे में पर्यावरण को बचाना बहुत जरूरी है.

गया: बोधगया के कालचक्र मैदान में बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने अपने पांच दिवसीय प्रवचन के अंतिम दिन प्रवचन दिया. जहां सभी श्रद्धालुओं ने उन्हें ध्यान मग्न होकर सुना.

बता दें कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा का प्रवचन सुनने के लिए करीब 35 हजार बौद्ध श्रद्धालु कालचक्र मैदान में पहुंचे हैं. वहीं, प्रवचन के विशेष शैक्षणिक सत्र में भूटान, नेपाल, तिब्बत, अमेरिका, जापान, रूस, इंडोनेशिया, जर्मनी और थाईलैंड सहित 47 देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए.

dalai lama in bodhgaya
47 देशों से करीब 35 हजार श्रद्धालु प्रवचन सुनने पहुंचे

'कोई यहां बिजनेस करने नहीं आया है'
प्रवचन के दौरान धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि बोधगया के पवित्र पावन भूमि पर सभी उपासक हजारों की संख्या में पहुंचे हैं. जहां वे प्रवचन सुनने और शांति के लिए आए हैं. वे कोई बिजनेस करने नहीं आए हैं. भगवान बुद्ध से जिन लोगों ने ज्ञान प्राप्त किया, वो सभी अपने-अपने इष्ट देव को याद कर साधना करने आए हैं.

बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का प्रवचन हुआ संपन्न

'पर्यावरण को बचाना जरूरी'
दलाई लामा ने कहा कि तिब्बतियों में तंत्र विद्या काफी फैली हुई है. वे अपने कर्मों के लिए अलग-अलग अनुष्ठान करते हैं. वहीं, चीन से सबसे अधिक बौद्ध भिक्षु आए हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया में अशांति फैली हुई है. अमेरिका, ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया में आग से बहुत सारे जीव मर गए. इसके अलावा ताप बढ़ने से मनुष्यों की मौत हो रही है. ऐसे में पर्यावरण को बचाना बहुत जरूरी है.

Intro:Body:V1-गया बोधगया कालचक्र ग्राइंड में बौद्ध धर्मगुरु परम पावन 14वे दलाईलामा जी का पांच दिवसिये प्रवचन का आज अंतिम दिन है।
परम पावन दलाईलामा जी ने कालचक्र ग्राउंड में प्रवचन दे रहे हैं।
V2-उन्होंने ने कहा कि बोधगया के पवित्र पावन भूमि पर सभी उपासक उपासकों हजारों की संख्या में आये हुये है।
सभी श्रद्धालु यहा प्रवचन सुनने व शांति के लिये आये हैं। यह कोई बिजनेस करने नही आये होंगें । भगवान बुद्ध से जिन लोगों ने ज्ञान प्राप्त किया वो सभी अपने अपने ईष्ट देव को याद कर साधना किये ।
तंत्र के अनुसार साधना कर बुद्धित्व को प्राप्त किये हैं। जो भी जीव धारी हैं सबकों अपने नजदीक देखना चाहए ।
तिब्बितियो में तंत्र विद्या काफी फ़ैला हुआ है।
अपने अपने कर्मो के लियें अलग अलग अनुष्ठान करतें हैं ।
चीन से आये चीनी लोगों से मिला दुनियां भर के देशों से अधिक बौद्ध भिक्षु की संख्या सबसे ज्यादा चीन में हैं ।अपने बचपन से ब्रज भैरव करतें आ रहा हूँ । यमराज हिम के अनुराग्य में प्रदान हो।
दुनियां में बहुत हत्या हो रही हैं अशांति फैला हुआ हैं । अमरीका ,ब्राजील में आग से बहुत जीव मर गई । ताप बढ़ने से मनुष्यों ,जीवों की मौत हो रही हैं । पर्यावरण को बचायें पर्यावरण दिसव मनाये पर्यावरण को बचायें । गर्मी के बजह से ऑस्ट्रेलिया में में जीव मर गये हैं मनुष्यों को भी हानि हुई हैं
V3-आपको बता दें कि दलाईलामा जी का प्रवचन सुनने के लिए 40 हजार बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुये है।
विशेष शैक्षिनिक सत्र में शामिल होने भूटान, नेपाल, तिब्बत, अमेरिका, जपान, रूस ,इंडोनेशिया,जर्मनी, थाईलैंड, सहित 47 देश के बौद्ध श्रद्धालु उपस्थित हुए हैं।Conclusion:
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