गया: विश्व प्रसिद्ध बौद्ध महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए बॉलीवुड की मशहूर सिंगर पलक मुच्छल बोधगया पहुंची हैं. वे इस महोत्सव में अपनी गायिकी के जरिए लोगों का मन मोहा. पलक मुच्छल से ईटीवी भारत संवाददाता ने खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि वे बिहार की सादगी की कायल हैं.
सिंगर पलक मुच्छल ने कहा कि उन्हें बिहार आना अच्छा लगता है. यहां के लोग और प्रकृति में जो सादगी है वह उन्हें काफी भाती है. पलक बताती हैं कि यूं तो वे कई बार बिहार आ चुकी हैं. लेकिन, ज्यादा घूम नहीं पाई हैं. हर बार वे कार्यक्रम के लिए आती हैं और समय की कमी के कारण लौटना पड़ता है. लेकिन, इस बार वे मंदिरों में जरूर घूमेंगी.
'मेरे साथ मेरे परिवार वाले भी थे उत्सुक'
पलक मुच्छल ने बताया कि 'मैंने बोधगया के बारे बहुत सुना था. जब यहां आने का तय हुआ तो मैं और मेरी फैमिली सभी काफी उत्सुक थे. बोधगया का महत्व हर भारतीय जानता है. यहां के धर्मिक महत्व से हम भी वाकिफ थे. उन्होंने बताया कि उनके भाई पालश मुच्छल ने दादाजी का विष्णुपद पिंडदान भी किया है'.
ये भी पढ़ें: मिलिए बिहार की इस 'मशरूम लेडी' से, स्पॉन से सलाना हो रही लाखों की इनकम
बिहार से निकले हैं कई धुरंधर- पलक
बिहार के लोगों के बारे में चर्चा के दौरान पलक ने कहा कि बिहार में काफी टैलेंट है. यहां कला के क्षेत्र से काफी अचीवर्स निकले हैं. अब तो इस क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है. बता दें कि पलक सामाजिक क्षेत्र बहुत कार्य करती हैं. उनका विशेष कार्य ह्रदय रोग ग्रसित मरीजों के लिए होता हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान पलक ने भोजपुरी में एक बहुत ही सुंदर गीत भी दर्शकों को सुनाया.