गया: जिले के पंचानपुर स्थित दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय के 70 छात्रों ने यूजीसी नेट की परीक्षा में सफलता का परचम लहराया है. विभिन्न विभागों के 10 छात्रों ने जेआरएफ की परीक्षा में सफलता पाई है. वहीं 60 छात्रों ने यूजीसी नेट की परीक्षा में सफलता प्राप्त किया है.
सितम्बर महीने में हुई थी परीक्षा
वैश्विक महामारी कोविड- 19 की वजह से परीक्षा को जून की जगह सितम्बर के महीने में आयोजित किया गया था. इस बड़ी सफलता पर सीयूएसबी के माननीय कुलपति प्रोफेसर हरिश्चंद्र सिंह राठौर और कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह ने सफल विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है. वहीं माननीय कुलपति ने विभिन्न विभाग के विभागाध्यक्षों और प्राध्यापकों की कुशल मार्गदर्शन के लिए प्रशंसा की है.
राजनीति विज्ञान विभाग से 7 छात्र सफल
पंचानपुर स्थित दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एजुकेशन से रिकॉर्ड 21 विद्यार्थियों को यूजीसी-नेट परीक्षा में सफलता मिली है. जबकि राजनीति विज्ञान विभाग से सात छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं.
इसके साथ ही एनवायर्नमेंटल साइंस से सात विद्यार्थियों को सफलता मिली है. जिनमें शालिनी सत्य, श्रेया सिंह, आकृति आशीष, कन्हैया कुमार, शुभम कुमार, अपर्णा गुप्ता और अमृतेश कुमार शामिल हैं.
इन छात्रों ने मारी बाजी
एमकॉम के छात्रों क्रमशः तूलिका, सिमरन सिंह, कृतिका कुमारी, विधिषा और रोशन मैहर को कामयाबी मिली है. जबकि मनोविज्ञान से दरख्शां कलीम और रवि शंकर कुमार परीक्षा में सफल हुए हैं. एमए सोशल वर्क से कुमार सौरव मूर्ति, माया कुमारी, अविनाश कुमार और वरुण कुमार सफल हुए हैं. जबकि एमए सोशियोलॉजी से अर्शी खानम, सोना राज सुधांशु और प्रीति कुमारी ने परीक्षा में बाजी मारी है.
राष्ट्रस्तरीय परीक्षा में सफलता
मीडिया विभाग से आयुषी राज, शुभम कुमार सिंह और आयुष आनंद, एमए हिंदी से अनुरंजनी, महेश कुमार, सचिंद्र नाथ और एमएससी स्टेटिस्टिक्स से अंजलि मिश्रा को राष्ट्रस्तरीय परीक्षा में सफलता मिली है.
एमए इकोनॉमिक्स से कुल 11 विद्यार्थियों को यूजीसी-नेट परीक्षा में सफलता मिली है. जिनमें आलोक आदित्य, प्रियंदु एम बाजपाई, विशाल चौधरी, हिमांशु शेखर, शिव रामा, अविनाश कुमार, नीलेश कुमार, जूही सिंह, अनुराधा, नितीश निगम और राजनंदन कुमार मरांडी शामिल हैं.
विद्यार्थियों को मिलती है स्कॉलरशिप
बता दें यूजीसी नेट परीक्षा में जेआरएफ के लिए क्वालीफाई करने वाले विद्यार्थियों को पीएचडी (शोध) के दौरान करीब 31 हजार रुपये महीने की स्कॉलरशिप दी जाती है. वहीं नेट क्वालिफाइड छात्रों को पीएचडी ज्वाइन करने पर 8000 रुपये महीने अनुदान मिलता है. साथ ही वे देश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों के पदों पर नियुक्ति के लिए योग्य हो जाते हैं.