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17वें करमापा के जन्मदिवस पर काटा गया 70 पाउंड का केक, की गयी विशेष पूजा-अर्चना

17वें करमापा के 34वां जन्मदिवस मनाया गया. हालांकि इस दौरान करमापा बोधगया में मौजूद नहीं थे. इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं के बीच 70 पाउंड का केक काटकर एक-दूसरे को खिलाया गया. साथ ही करमापा की लंबी उम्र के लिए विशेष पूजा की.

70 पाउंड का केक
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Published : Jun 26, 2019, 1:58 PM IST

गया: बोधगया में तेरगर मोनेस्ट्री के प्रांगण में तिब्बतियों के काग्यू पंत के शीर्ष धर्मगुरु करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे का 34वां जन्मदिवस मनाया गया. इस मौके पर बौद्ध भिक्षुओं ने पारंपरिक रूप से विशेष पूजा-अर्चना की. साथ ही 70 पाउंड का केक काटकर सभी बौद्ध भिक्षुओं को खिलाया.

करमापा के जन्मदिवस पर काटा गया 70 पाउंड का केक

हालांकि इस दौरान 17वें करमापा बोधगया में मौजूद नहीं थे. लेकिन उनके अनुयायियों ने उनका जन्मदिवस धार्मिक तरीके से मनाया. इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं के बीच 70 पाउंड का केक काटकर एक-दूसरे को खिलाया गया. साथ ही करमापा की लंबी उम्र के लिए विशेष पूजा की. कार्यक्रम में शामिल बौद्ध भिक्षु करमा सोनम ने कहा कि प्रत्येक वर्ष वे अपने शीर्ष धर्मगुरु करमापा का जन्मदिन मनाते हैं.

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बौद्ध भिक्षु का भोजन

कई राज्यों के बौद्ध भिक्षु शामिल
उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में श्रीलंका, भूटान, तिब्बत, नेपाल, म्यानमार, बांग्लादेश सहित भारत देश के सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल, त्रिपुरा सहित कई राज्यों के बौद्ध भिक्षु शामिल हुए हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि करमापा के जन्मदिवस को लेकर एक हजार गरीबों के बीच खाद्य सामग्री का भी वितरण किया गया है.

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17वें करमापा का जन्मदिवस

गया: बोधगया में तेरगर मोनेस्ट्री के प्रांगण में तिब्बतियों के काग्यू पंत के शीर्ष धर्मगुरु करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे का 34वां जन्मदिवस मनाया गया. इस मौके पर बौद्ध भिक्षुओं ने पारंपरिक रूप से विशेष पूजा-अर्चना की. साथ ही 70 पाउंड का केक काटकर सभी बौद्ध भिक्षुओं को खिलाया.

करमापा के जन्मदिवस पर काटा गया 70 पाउंड का केक

हालांकि इस दौरान 17वें करमापा बोधगया में मौजूद नहीं थे. लेकिन उनके अनुयायियों ने उनका जन्मदिवस धार्मिक तरीके से मनाया. इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं के बीच 70 पाउंड का केक काटकर एक-दूसरे को खिलाया गया. साथ ही करमापा की लंबी उम्र के लिए विशेष पूजा की. कार्यक्रम में शामिल बौद्ध भिक्षु करमा सोनम ने कहा कि प्रत्येक वर्ष वे अपने शीर्ष धर्मगुरु करमापा का जन्मदिन मनाते हैं.

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बौद्ध भिक्षु का भोजन

कई राज्यों के बौद्ध भिक्षु शामिल
उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में श्रीलंका, भूटान, तिब्बत, नेपाल, म्यानमार, बांग्लादेश सहित भारत देश के सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल, त्रिपुरा सहित कई राज्यों के बौद्ध भिक्षु शामिल हुए हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि करमापा के जन्मदिवस को लेकर एक हजार गरीबों के बीच खाद्य सामग्री का भी वितरण किया गया है.

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17वें करमापा का जन्मदिवस
Intro:तिब्बतियों के शीर्ष धर्मगुरु 17वें करमापा का 34 वा जन्मदिवस बोधगया में बौद्ध लामाओं द्वारा मनाया गया,
70 पाउंड का काटा गया केक,
देश-विदेश के सैकड़ों बौद्ध भिक्षु हुए शामिल,
गरीबों के बीच खाद्य सामग्री का किया गया वितरण।


Body:गया: भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया स्थित तेरगर मोनेस्ट्री के प्रांगण में आज तिब्बतियों के काग्यू पंत के शीर्ष धर्मगुरु 17वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे का 34 वां जन्मदिवस मनाया गया। इस मौके पर बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा पारंपरिक रूप से विशेष पूजा-अर्चना की गई। साथ ही 70 पाउंड का केक काटकर सभी बौद्ध भिक्षुओं को खिलाया गया। हालांकि इस दौरान 17वें करमापा बोधगया में मौजूद नहीं थे। लेकिन उनके अनुयायियों के द्वारा उनका जन्मदिवस धार्मिक तरीके से मनाया गया।
कार्यक्रम में शामिल बौद्ध भिक्षु करमा सोनम ने कहा कि प्रत्येक वर्ष हमलोग अपने शीर्ष धर्मगुरु करमापा का जन्मदिन मनाते हैं। आज भी मना रहे हैं। इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं के बीच 70 पाउंड का केक काटकर एक-दूसरे को खिलाया गया है। साथ ही करमापा की लंबी उम्र के लिए विशेष पूजा-अर्चना की गई है। ताकि हमारे धर्मगुरु स्वस्थ रहें और उनकी आयु लंबी हो और वे जन कल्याण में अधिक समय लगा सके। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में श्रीलंका, भूटान, तिब्बत, नेपाल, म्यानमार, बांग्लादेश सहित भारत देश के सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल, त्रिपुरा सहित कई राज्यों के बौद्ध भिक्षु शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि करमापा के जन्मदिवस के लेकर एक हजार गरीबों के बीच खाद्य सामग्री का भी वितरण किया गया है।

बाइट- करमा सोनम, बौद्ध भिक्षु, बोधगया ।

रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
गया


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