गया: पूरे देश भर में आज रक्षाबंधन का त्योहार मनाया गया. इस मौके पर गया नगर निगम के कर्मियों ने एक मिसाल पेश की है. नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों ने आज के दिन छुट्टी न मनाकर कोरोना से बचाव के लिए शहर में सेनेटाइजेशन का कार्य. इस दौरान नगर निगम के वार्ड संख्या 40 और 41 में व्यापक तौर पर सफाई अभियान भी चलाया गया.
इस अभियान के तहत वार्ड की सड़कों, गलियों और मोहल्लों को स्वयं डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव सेनेटाइज करते हुए नजर आए. इस मौके पर नगर निगम के कई अधिकारी, कर्मचारी, मेयर मौजूद थे.
'नगर सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम की शुरुआत
डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व के बावजूद आज नगर निगम के सफाईकर्मी सफाई अभियान में लगे हुए हैं. कोरोना जैसी घातक महामारी से बचाव को लेकर पर्व मनाने से ज्यादा सफाई अभियान चलाने की जरूरत है. नगर निगम द्वारा लगभग 20 दिन पहले 'नगर सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी. उस समय प्रतिदिन 100 से लेकर 200 कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीज पाए जा रहे थे. लेकिन विगत कई दिनों से इस अभियान के तहत पुलिसकर्मी, जिला प्रशासन, नगर निगम के सफाईकर्मी सहित अन्य विभागों के द्वारा व्यापक कार्यक्रम चलाया गया. जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला.
अभियान का दिख रहा सफल परिणाम
डिप्टी मेयर ने कहा कि अगर आज सबसे कम संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं तो इसकी वजह सफाई कार्यक्रम है. साथ ही लोगों के बीच चलाया जाने वाला जागरुकता कार्यक्रम. उन्होंने कहा कि आज व्यापक तौर पर लोग मास्क और सेनेटाइजर का उपयोग कर रहे हैं. यही वजह है कि आज गया जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आई है. उन्होंने कहा कि आगे भी सफाई कार्यक्रम व्यापक तौर पर चलाया जाएगा. रक्षाबंधन पर्व के दौरान भी निगम कर्मी कोरोना से बचाव को लेकर सफाई कार्य में लगे हुए हैं. जबतक हमलोग कोरोना से जंग जीत नहीं जाते, तब तक यह अभियान चलता रहेगा.
लोगों ने दिया धन्यवाद
वहीं, वार्ड संख्या 40 के पार्षद प्रतिनिधि सुदामा दुबे ने कहा कि आज रक्षाबंधन का पर्व है. बावजूद इसके नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी, सफाईकर्मी साफ-सफाई अभियान में लगे हुए हैं. ऐसे में ये लोग धन्यवाद के पात्र हैं. जिन्होंने रक्षाबंधन पर्व ना मनाकर अपना दायित्व समझा. ये लोग कोरोना से बचाव को लेकर शहर के विभिन्न वार्डो, गलियों, मोहल्लों एवं सड़कों को सेनेटाइज कर रहे हैं. हम इन लोगों को धन्यवाद देते हैं.