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चीन से नागसेन का शव लाने को लेकर सड़क पर प्रदर्शन, बोले चाचा- नहीं सुन रही सरकार

चीन की एक यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी पढ़ने गए गया (Gaya) के छात्र नागसेन अमन की हत्या कर दी गई थी. परिजन भारत सरकार से शव लाने के लिए गुहार लगा रहे हैं.

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Published : Aug 5, 2021, 7:20 PM IST

protest demanding to bring dead bodies from China
नागसेन का शव लाने के लिए प्रदर्शन

गया: बिहार के गया (Gaya) के नागसेन अमन की मौत 23 जुलाई को चीन की एक यूनिवर्सिटी में हो गई थी. परिजनों को मौत की सूचना 29 जुलाई को देर रात दी गई थी. परिजन 30 जुलाई से लगातार शव लाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से ठोस कदम नहीं उठाया गया. गुरुवार को परिजनों और छात्रों ने शव लाने की मांग को लेकर डीएम ऑफिस के पास घंटों सड़क जाम किया.

यह भी पढ़ें- चीन में हुई गया के छात्र की हत्या, शव लाने के लिए दूतावास से किया जा रहा संपर्क: संजय जायसवाल

दरअसल चीन की एक यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी पढ़ने गए छात्र नागसेन अमन की हत्या कर दी गई थी. परिजनों के अनुसार हत्या 23 जुलाई को हुई थी, लेकिन 29 जुलाई को सूचना दी गई. अब परिजन शव लाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं. इसी क्रम में गुरुवार को परिजनों और छात्रों ने सड़क जाम किया.

देखें वीडियो

मृतक के चाचा पंकज पासवान ने कहा, 'हमलोग सरकार से गुहार लगाते-लगाते थक गए हैं. सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है. जिला प्रशासन से लेकर इंडियन एम्बेसी के अधिकारी तक सिर्फ नियम बता रहे हैं. मुझे नियम की जानकारी नहीं चाहिए. मुझे मेरे लाल का शव चाहिए. हमलोग थक हारकर सड़क जाम करने को विवश हुए हैं.'

"सरकार अगर अगले बुधवार तक शव लेकर नहीं आती है तो मैं खुद विमान बुक कर चीन चला जाऊंगा. हमलोगों ने जानकारी इकट्ठा की है. इंडियन एम्बेसी को चीन सरकार ने डेथ सर्टिफिकेट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिया है. पता नहीं सरकार को शव लाने में परेशानी क्यों हो रही है."- राम किशोर पासवान, मृतक के चाचा

नागसेन अमन का शव लाने को लेकर चल रहे आंदोलन को छात्र संगठन अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) भी समर्थन कर रहा है. आइसा से जुड़े पटना विश्वविद्यालय के छात्र गया पहुंचे और आंदोलन का समर्थन किया. छात्र नेता तारिक अनवर ने कहा, 'हमलोग सरकार की नीति को देखकर दंग हैं. सरकार कहती है कि देश का डंका विदेशों में बज रहा है, लेकिन यहां तो एक देश से शव लाने में डंका और नीति सब फेल है.'

बता दें कि 30 जुलाई को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नागशेन का शव लाने के लिए विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से अपील की थी. 1 अगस्त को परिजनों ने शव लाने की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला था. 2 अगस्त को इंडियन एम्बेसी ने हत्या होने की सूचना दी. 2 अगस्त को गया पुलिस ने पासपोर्ट और वीजा की फोटो कॉपी और पूरी जानकारी ली थी. 3 अगस्त से परिजन शव लाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- Siwan Crime: सिवान में बेखौफ बदमाशों ने की अंधाधुंध फायरिंग, 2 की मौत, 2 घायल

गया: बिहार के गया (Gaya) के नागसेन अमन की मौत 23 जुलाई को चीन की एक यूनिवर्सिटी में हो गई थी. परिजनों को मौत की सूचना 29 जुलाई को देर रात दी गई थी. परिजन 30 जुलाई से लगातार शव लाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से ठोस कदम नहीं उठाया गया. गुरुवार को परिजनों और छात्रों ने शव लाने की मांग को लेकर डीएम ऑफिस के पास घंटों सड़क जाम किया.

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दरअसल चीन की एक यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी पढ़ने गए छात्र नागसेन अमन की हत्या कर दी गई थी. परिजनों के अनुसार हत्या 23 जुलाई को हुई थी, लेकिन 29 जुलाई को सूचना दी गई. अब परिजन शव लाने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं. इसी क्रम में गुरुवार को परिजनों और छात्रों ने सड़क जाम किया.

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मृतक के चाचा पंकज पासवान ने कहा, 'हमलोग सरकार से गुहार लगाते-लगाते थक गए हैं. सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है. जिला प्रशासन से लेकर इंडियन एम्बेसी के अधिकारी तक सिर्फ नियम बता रहे हैं. मुझे नियम की जानकारी नहीं चाहिए. मुझे मेरे लाल का शव चाहिए. हमलोग थक हारकर सड़क जाम करने को विवश हुए हैं.'

"सरकार अगर अगले बुधवार तक शव लेकर नहीं आती है तो मैं खुद विमान बुक कर चीन चला जाऊंगा. हमलोगों ने जानकारी इकट्ठा की है. इंडियन एम्बेसी को चीन सरकार ने डेथ सर्टिफिकेट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिया है. पता नहीं सरकार को शव लाने में परेशानी क्यों हो रही है."- राम किशोर पासवान, मृतक के चाचा

नागसेन अमन का शव लाने को लेकर चल रहे आंदोलन को छात्र संगठन अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) भी समर्थन कर रहा है. आइसा से जुड़े पटना विश्वविद्यालय के छात्र गया पहुंचे और आंदोलन का समर्थन किया. छात्र नेता तारिक अनवर ने कहा, 'हमलोग सरकार की नीति को देखकर दंग हैं. सरकार कहती है कि देश का डंका विदेशों में बज रहा है, लेकिन यहां तो एक देश से शव लाने में डंका और नीति सब फेल है.'

बता दें कि 30 जुलाई को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नागशेन का शव लाने के लिए विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से अपील की थी. 1 अगस्त को परिजनों ने शव लाने की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला था. 2 अगस्त को इंडियन एम्बेसी ने हत्या होने की सूचना दी. 2 अगस्त को गया पुलिस ने पासपोर्ट और वीजा की फोटो कॉपी और पूरी जानकारी ली थी. 3 अगस्त से परिजन शव लाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं.

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