गया: बिहार के गया में करीब 400 करोड़ की लागत से बने गयाजी डैम में बरसात का पानी आ गया है. हालांकि, पानी को बहाया जा रहा है, इसके लिए गयाजी डैम के दो फाटक खोल दिए गए हैं. करीब 4 महीने के बाद विष्णुपद देवघाट के तट पर स्थित फल्गु नदी में बने गया जी डैम में पानी आया है. यह बरसात का पानी है. बरसात का पानी आते ही इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी है, क्योंकि पिछले कई महीनों से लोग डैम में पानी देखने के लिए तरस रहे थे.
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डैम के खोले गए दो फाटक : डैम के पानी को बहाने के लिए गया जी डैम के दो फाटक खोल दिए गए हैं. इससे बरसात का पानी बह रहा है. लोगों की मानें, तो डैम की सफाई के लिए प्रशासन ने कई निर्देश दिए थे, लेकिन कई काम अधूरे छोड़ दिए गए. डैम में गड्ढे रह गए. वहीं गाद भी जमा रह गए. अब बरसात का पानी आया है, तो जमे गाद को हटाने के मकसद से डैम का फाटक खोल कर पानी को बहाया जा रहा है. अभी प्रशासन को यहां कई काम करने की जरूरत है.
'डैम का पूरा पानी बहाकर साफ करना जरूरी' : वही पिंडदान का कर्मकांड करा रहे लखन पांडे ने बताया कि कई महीने के बाद फल्गु स्थित डैम में पानी आया है. यह बरसात का पानी है. अब पानी आने से कई तरह की समस्याएं जस की तस रह जाएगी. जरूरत है कि पानी को पूरी तरह से बहाकर डैम को सफाई की जाए. वहीं, डैम में जो गाद बैठे हैं, उसकी सफाई की जाए. यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो आने वाले पितृपक्ष मेले या आम दिनों में भी लोगों को क्षति होगी. प्रशासन इसे गंभीरता से ले और साफ-सफाई एवं नदी को समतल कराने का कार्य करें, क्योंकि फल्गु स्थित डैम में जहां-तहां बड़े-बड़े गड्ढे हैं.
"कई महीने के बाद फल्गु स्थित डैम में पानी आया है. यह बरसात का पानी है. अब पानी आने से कई तरह की समस्याएं जस की तस रह जाएगी. जरूरत है कि पानी को पूरी तरह से बहाकर डैम को सफाई की जाए. वहीं, डैम में जो गाद बैठे हैं, उसकी सफाई की जाए. यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो आने वाले पितृपक्ष मेले या आम दिनों में भी लोगों को क्षति होगी"- लखन पांडे, पिंंडदान कराने वाले.