गया : शहर में दीपावली के समय राजस्थान के कलाकार लकड़ी, रुई, गुदरी कपड़े और पुआल से हाथी, घोड़ा और हिरण का खिलौना बना रहे हैं. गया के सिकड़िया मोड़ के पास तंबू लगाकर इनका परिवार रहता है. परिवार का हर शख्स यही काम करता है.
राजस्थान के मकराना से आए ये लोग पहले कठपुतली बनाया करते थे. कठपुतली का खेल विलुप्तहोने सेरोजगार पर संकट आ गया. इसके बाद इन्होंने कठपुतली जैसा ही खिलौना बनाना शुरू कर दिया. खिलौना बनाना आसान था. परंतु इसके खरीददार कम थे. तब इन कलाकारों ने यूपी, बिहार और बंगाल के शहरों में जाकर खिलौना बेचना शुरू किया.
इसी तरह ये लोग गया शहर के टावर चौक, स्टेशन रोड पर अपना खिलौना बेचते हैं. कलाकारों ने बताया कि दीपावली से होली तक ये लोग यहां रहकर खिलौने बेचते हैं. इसके बाद फिर ये लोग अपने घर चले जाते हैं. साल में ये तीन या चार महीने ही घर से बाहर रहकर खिलौना बनाकर बेचते हैं.