गया: एनआरसी और सिटिजनशिप अमेडमेंट बिल देश की सियासत में विपक्षी दल के लिए विरोध के लिए प्रमुख मुद्दा बन हुआ है. प्रदेश के सभी विपक्षी दल अपने-अपने तरीके से इसका विरोध कर रहे हैं. कई दलों में इसके विरोध और समर्थन को लेकर बगावत भी शुरू हो गई है. जिले में सीएबी के विरोध में हम पार्टी की ओर से विशाल धरना का आयोजन किया जाएगा. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी भी हिस्सा लेगें.
बिल के बारे में अहम बातें-
नागरिक संशोधन बिल के लागू होने का बाद पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण वहां से भागकर आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों को सीएबी के तहत भारत की नागरिकता दी जाएगी.
'सौतेला व्यवहार कर रही है सरकार'
हम पार्टी के राष्ट्रीय सचिव नन्दलाल मांझी ने बताया कि वर्तमान सरकार दलित, गरीब, आदिवासी, पिछड़ों खासकर के मुसलमानों को विदेशी घोषित करने में जुटी है. उन्होंने कहा कि सरकार दलित और पिछड़े वर्ग के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएबी के विरोध में हम सब एकजुट होकर 16 दिसंबर को धरना प्रदर्शन करेंगे.
गांधी मैदान के पास देंगे धरना
गांधी मैदान के गेट नंबर 5 के पास विशाल धरना आयोजित किया जाएगा. इसके बाद हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक समाहरणालय तक जाएंगें और दोनों बिलों के खिलाफ डीएम को ज्ञापन सौपेगें. वहीं, इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री सह हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल होंगे, साथ ही मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगो की इसमें शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है.