गया: बिहार (Bihar) के गया (Gaya) जिले में होने वाले पंचायत चुनाव (Panchayat Election) को लेकर दूसरे चरण का नामांकन चल रहा है. गुरुवार को टिकारी प्रखण्ड कार्यालय (Tikari Block Office) में केंद्रीय कारा गया (Central Jail Gaya) से पुलिस की स्कॉर्पियो से आकर लाव पंचायत के वर्तमान मुखिया आशुतोष मिश्रा उर्फ 'बुलेट बाबा' ने मुखिया पद के लिए नामांकन किया. इस दौरान बुलेट बाबा को देखने के लिए वहां काफी भीड़ जुट गई.
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प्रखंड मुख्यालय पर बुलेट बाबा के समर्थकों की भारी संख्या को देखते हुए पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था बनाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. बता दें कि बिहार पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को लेकर गया के टिकारी प्रखंड कार्यालय में नामांकन चल रहा है. नामांकन को लेकर प्रखंड मुख्यालय पर सुबह से ही काफी भीड़ थी. वहीं जब बुलेट बाबा के आने की सूचना मिली तो वहां लोगों की संख्या बढ़ गयी.
युवाओं की भीड़ बुलेट बाबा की एक झलक को देखने के लिए बेताब थी. हजारों की संख्या में जुटे समर्थक बुलेट बाबा के साथ नामांकन स्थल जाना चाहते थे. पुलिस ने काफी मशक्कत कर समर्थकों को उनके साथ जाने से रोका. बुलेट बाबा कड़ी सुरक्षा के बीच केंद्रीय कारा से नामांकन करने के लिए पहुंचा था. उनके हाथों में हथकड़ी लगी हुई थी और जनता के साथ सामने हाथ जोड़ते हुए नामांकन स्थल पहुंचा.
जहां उसने मुखिया पद के लिए अपना नामांकन पर्चा भरा. जिसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए आशुतोष मिश्रा उर्फ बुलेट बाबा ने बताया कि मुझे एक साजिश के तहत फंसाया गया है. लेकिन मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है. बुलेट बाबा ने कहा कि यह चुनाव मैं नहीं मेरी पंचायत की पूरी जनता लड़ रही है. हर एक जनता बुलेट बाबा है और वह चुनाव खुद लड़ रही है.
उसने कहा कि आज का जनसैलाब देखकर लोगों को पता चल गया होगा कि जीत किसकी हो रही है. बुलेट बाबा ने कहा कि जब रिजल्ट आएगा तो हमारे विरोधियों को एक करारा जवाब मिलेगा. उसने कहा कि मैं तो जेल के अंदर बंद हूं लेकिन लाव पंचायत की जनता की मांग पर दूसरी बार मुखिया पद पर चुनाव लड़ने के लिए आज नामांकन पर्चा भरा हूं.
बता दें कि आशुतोष मिश्रा का नाम 'बुलेट बाबा' पिछले पंचायत चुनाव में लोगों ने दिया था. लाव पंचायत क्षेत्र में पहली बार 350 सीसी का बुलेट खरीदा गया था. ब्राह्मण जाति से होने के कारण पहले ही लोग उसे बाबा बुलाते थे. इस दौरान वो अपनी बुलेट से ही घूम-घूमकर प्रचार किया, जिसके चलते लोग उसे बुलेट बाबा कहकर बुलाने लगे. वर्तमान में उस पर मारपीट का मुकदमा दर्ज है. जिसके चलते इन दिनों वो जेल में बंद है.
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