गया: पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार (Ministry of Tourism Government of India) की ओर से बौद्ध सर्किट पर निकली तीर्थयात्री पर्यटन विशेष ट्रेन (Pilgrim Tourism Special Train) से मंगलवार को गया जंक्शन पहुंची. बोधगया के महत्व (Importance of Bodhgaya) को जानने और उनसे जुड़े विषयों पर अध्ययन करने के लिए देश भर के बौद्ध सर्किट में मुख्य रूप से शामिल करीब 100 सदस्यीय डेलीगेट्स का गया जंक्शन से लेकर बोधगया तक जोरदार स्वागत किया गया.
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दरअसल केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से बौद्ध सर्किट के लिए निकली तीर्थयात्री पर्यटन विशेष ट्रेन से 100 सदस्यीय डेलीगेट्स की टीम यहां पहुंची. यह टीम बोधगया सहित अन्य बौद्धस्थलों, पर्यटन स्थलों के महत्व का अध्ययन करने के लिए आयी है. जो कि दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से बौद्ध सर्किट के लिए सोमवार को रवाना हुई थी. सभी डेलीगेट्स दो दिनों तक बोधगया में रहकर महाबोधि मंदिर समेत महात्मा बुद्ध से जुड़े सभी ऐतिहासिक स्थलों पर जाएगी और वहां का अध्ययन करेगी. गौरतलब है कि बोधगया में एक सम्मेलन हुआ. सम्मेलन में बौद्ध सर्किट में पर्यटन के विकास और प्रचार पर चर्चा की गई.
'बोधगया को बौद्ध धर्म का प्रमुख पर्यटक क्षेत्र है. यहां देश-दुनिया के पर्यटकों की पहुंच आसान हो, इसके लिए रेल, वायु और सड़क मार्ग को और दुरुस्त किये जाने की आवश्यकता है.' -जी. कमला राव, डायरेक्टर, पर्यटन विभाग
'बोधगया में दो हजार लोगों के बैठने की क्षमता का कन्वेंशन सेंटर बनाया जा रहा है. यहां पहुंचे तमाम सैलानियों की सभी सुविधा और उनकी सुरक्षा पर जोर दिया जा रहा है. -अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी
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बता दें कि 100 सदस्यीय डेलीगेट्स की टीम बोधगया में घूमने के बाद राजगीर, नालन्दा भी जाएंगी. वहां के बौद्ध स्थलों के विकास को लेकर भी जानकारी लेगी. डेलीगेट्स के साथ पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक जीवन प्रकाश पांडेय और अन्य अधिकारी साथ में रहेंगे.