गया: राज्य सरकार द्वारा बिजली दरों में वृद्धि की घोषणा के साथ ही बिजली उपभोक्ता मायूस हैं. साथ ही उनमें इस फैसले के खिलाफ रोष भी है. चाहे वह व्यवसायी हो, किसान हो या आम ग्रामीण, सरकार के इस कदम का सभी वर्ग के लोग विरोध कर रहे हैं. दरअसल बिजली की दरों में 24.10 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई है. ऐसे में उपभोक्ता सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. साथ ही लोगों का कहना है कि नए मीटर से बिल ज्यादा ही आ रहा था, अब मीटर ही उखाड़ के रख देंगे ताकि बिल देना ना पड़े.
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बिजली दर में बढ़तरी से लोगों में मायूसी: गया के एक बिजली उपभोक्ता जफर इमाम का कहना है कि "पहले का बकाया बिजली बिल था, उसे ही माफ करने की मांग कर रहे थे. लेकिन अब बिजली की कीमतों में सरकार द्वारा फिर से बढ़ोतरी कर दी गई है. बिजली की कीमतों को कम किया जाना चाहिए. बिजली की कीमत दर ज्यादा रहने से सरकार के खिलाफ नकारात्मक संदेश जाएगा."
बिहार में सबसे ज्यादा बिजली दर: ग्रामीण नईमुद्दीन बताते हैं कि दिल्ली में फ्री बिजली मिलती है. वहीं, बिहार में बिजली दरों में लगातार वृद्धि की गई है, इससे परेशानी और बढ़ गई है. आश्चर्य की सबसे ज्यादा बिजली मूल्य में वृद्धि बिहार में होती जा रही है.
"बिजली की कीमतों में वृद्धि के कारण सभी परेशान हैं. चाहे वह किसान हो, व्यवसायी वर्ग हो. बिजली विभाग के रवैये के कारण पहले ही लोगों ने बिजली की बजाए डीजल पंप सेट से ही सिंचाई करना शुरू कर दिया है. यह सरकार की नाकामी है."- नईमुद्दीन, स्थानीय
'सरकार कर रही मनमानी': गया के ग्रामीण इलाके कलेर के रहने वाले पुरुषोत्तम कुमार बताते हैं कि यह सरकार मनमानी कर रही है, जो मन में आ रहा है वह कर रही है. ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी का काफी प्रभाव पड़ेगा. क्योंकि हम लोगों की आमदनी पहले से ही कम है. एकाएक बढ़ोतरी किए जाने से सभी प्रभावित हैं.
"हम लोग असिंचित क्षेत्र से आते हैं, इसके कारण बिजली पर निर्भर रहना मजबूरी है, लेकिन यह रवैया रहेगा तो हम लोग सरकार के खिलाफ हैं. यदि हम बिजली बिल के विरोध में सड़क जाम करते हैं, उसे लेकर भी सरकार केस करेगी. जनता क्या करे, यह सूझ नहीं रहा है."- पुरुषोत्तम, स्थानीय
'बिजली दरों में बढ़ोतरी को वापस ले सरकार': वहीं अमित कुमार बताते हैं, कि "सरकार मूल्य वृद्धि को वापस ले. इस तरह की बढ़ोतरी से बोझ बढ़ेगा. पहले से ही बिहार में बिजली की कीमत ज्यादा है. ज्यादा बिजली बिल आ रहे हैं. वहीं मनमानी बिजली बिल भेजे जा रहे हैं, तो इसमें बिजली उपभोक्ता काफी हताश और निराश हैं. सरकार से मांग करते हैं कि मूल्य वृद्धि को वापस लिया जाए."