गया: महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, दिल्ली, गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव के कारण गया जिले में कोरोना का मामला तेजी से बढ़ रहा है. गया में करीब 600 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं. संक्रमण को रोकने के लिए 169 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, लेकिन इन कंटेनमेंट जोन में लोग पाबंदियों का पालन नहीं कर रहे हैं.
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इस संबंध में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि लोगों को पिछले साल की त्रासदी से सबक लेना चाहिए. प्रशासन हर जगह और हर समय नियमों का पालन नहीं करवा सकती. ईटीवी भारत ने गया शहर में सबसे अधिक कोरोना मरीज मिलनेवाले क्षेत्र नई गोदाम में बने कंटेनमेंट जोन की पड़ताल की. कंटेनमेंट जोन में पाबंदियों का पालन होते नहीं देखा गया. कंटेनमेंट जोन में दुकानें खुली हुईं थी. पुलिस की नियुक्ति नहीं थी. लोग आराम से आवाजाही कर रहे थे. शहर के 98 स्थानों में बने कंटेनमेंट जोन का हाल इसी तरह का है.
डीएम अभिषेक सिंह ने कहा "शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि इसलिए हो रही है कि यहां कम जगह में ज्यादा लोग रहते हैं. शहर में कोविड की श्रृंखला को रोकने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन और मेगा कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. जो लोग कंटेनमेंट जोन में नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उन्हें पिछले साल की त्रासदी से सीख लेनी चाहिए. हर जगह, हर स्थान पर प्रशासन उपलब्ध नहीं हो सकता. लोगों को खुद सचेत होना होगा."
"कंटेनमेंट जोन में पाबंदियों को सख्त करने के लिए उस क्षेत्र में लॉकडाउन किया जाएगा. लॉकडाउन की अवधि के दौरान अनिवार्य सेवा में छूट प्रदान की जाएगी. कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन को सील करने या लॉकडाउन लगाने के पूर्व लोगों को जरूरी सामान जुटाने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा."- अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी
गौरतलब है कि गया में कोरोना के करीब 600 नए मरीज मिले हैं. इनमें से 14 लोग अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती हैं. वहीं, अन्य सभी संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में हैं. कोरोना से 2020 में 61 और 2021 में दो लोगों की मौत हुई है.
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