गया: पूरे देश में एनआरसी, सीएए और एनपीआर को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. बता दें कि इसके विरोध में जिले में सुधा डेयरी के पास मैदान में संविधान बचाओ मोर्चा के बैनर तले 29 दिसंबर से अनिश्चिकालीन धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. शुक्रवार को जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव भी प्रदर्शन में शामिल हुए.
'सीएए को बताया काला कानून'
पप्पू यादव ने सभा में हजारों की संख्या में मौजूद लोगों को संबोधित किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, नागरिकता कानून को काला कानून बताया. आने वाले दिनों में पुरजोर विरोध करने की बात कही. उन्होंने कहा कि जब तक यह कानून सरकार वापस नहीं ले लेती हमारा विरोध जारी रहेगा.
'आंदोलन को बताया 1974 से बड़ा मोमेंट'
पप्पू यादव ने कहा कि संविधान और देश की एकता को लेकर आज हम लोग आवाज बुलंद कर रहे हैं. सौ सालों के बाद आज एक ऐसा जन आंदोलन हुआ है, जो अपने आप में इतिहास रचने जा रहा है. इतिहास में मर मिटने वाले लोगों के लिए एनआरसी और सीएए की लड़ाई लड़ी जा रही है. इसके लिए यदि हमें जान भी देनी पड़ी तो हम जान देंगे. उन्होंने आंदोलन को 1974 से भी बड़ा मोमेंट बताया और कहा कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो जरुरत पड़ने पर अदालत तक का भी दरवाजा खटखटाएंगे.
'पुलवामा हमले के जांच की मांग'
इस दौरान पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को महंगाई और बेटियों की हिफाजत को लेकर काम करना चाहिए. लेकिन वह इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोलते. इसके साथ ही उन्होंने पुलवामा हमले की जांच कराने की बात कहीं. उन्होंने कहा कि आखिर इतना बड़ा आरडीएक्स कहां से आया. इस बात की जांच होनी चाहिए.
वहीं, मीडिया की ओर से गिरिराज सिंह के बयान को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उनको कुछ नहीं आता है. यह आप किसका नाम ले रहे है.