ETV Bharat / state

Nitish Kumar angry on Jitan Ram Manjhi: गया में HAM कार्यकर्ताओं ने नीतीश का फूंका पुतला, मांगा इस्तीफा

Nitish Kumar Statement On Jitan Ram Manjhi: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ तू-तड़ाक करते हुए उनपर भड़क गये थे. इस घटना के विरोध में गया में हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार का पुतला फूंका, उनके इस्तीफे की मांग की. पढ़ें, विस्तार से.

गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.
गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 10, 2023, 3:58 PM IST

गया में नीतीश का पुतला फूंका.

गया: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस्तीफे की मांग की. हम कार्यकर्ता स्थानीय गांधी मैदान से प्रदर्शन करते हुए समाहरणालय पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के पुतले की चप्पलों से पिटाई की. इस दौरान सड़क पर लोगों की भीड़ जमा हो गई.

गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.
गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.


नीतीश के रवैये से दुखी हैंः कार्यक्रम में शामिल हम के जिलाध्यक्ष नारायण प्रसाद मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ सदन में रवैया किया, उससे हमलोग दुखी हैं. जीतन राम मांझी सदन में आरक्षण बिल पर बोल रहे थे, तभी बीच में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें रोकते हुए तू-तड़ाक की भाषा का प्रयोग किया, जिससे हम सभी लोग आहत है. वर्ष 1980 से जीतन राम मांझी लगातार विधायक हैं और विभिन्न पदों पर रहे हैं.

"जीतन राम मांझी पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं. सीनियर हैं. उनके साथ नीतीश कुमार के द्वारा इस तरह की भाषा का प्रयोग करना उनकी मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है. हमलोग यह मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पद से इस्तीफा दें."- नारायण प्रसाद मांझी, जिलाध्यक्ष, HAM

रिमोट से मांझी को चलाना चाहते थेः नारायण प्रसाद मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार यह कहते हैं कि उन्होंने जीन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया, तो हम यह कहना चाहते हैं कि नीतीश कुमार ने अपने लोभ में उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था. वे लोकसभा का चुनाव हार गए थे और रिमोट से जीतन राम मांझी को चलाना चाहते थे, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया.

गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.
गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.

क्या कहा था नीतीश नेः बिहार विधानमंडल में शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. सदन में आरक्षण संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान जब जीतनराम मांझी अपनी बात रख रहे थे तो सीएम नीतीश कुमार अचानक उनपर बिफर पड़े और उन्हें तू-तड़ाक करने लगे. कहा-" 2013 में आपलोगों को जब छोड़ दिये थे और हम अकेले थे. तब इसको मुख्यमंत्री बना दिये. इसके दो महीने बाद ही मेरी पार्टी के लोग बोलने लगे कि यह गड़बड़ है. इसको हटाइये. अब कहता रहता है कि मैं भी मुख्यमंत्री था. अरे क्या मुख्यमंत्री था. वो तो मेरी मूर्खता के कारण तुम मुख्यमंत्री बन गया. अब यह गवर्नर बनना चाहता है. इसको गवर्नर बना दीजिए. आपलोग क्यों नहीं इसको गवर्नर बनवा देते हैं."

इसे भी पढ़ेंः Jitan Ram Manjhi : 'नीतीश के करीबी उनके दुश्मन, खिलाया जा रहा जहरीला पदार्थ', जीतन राम मांझी का बड़ा दावा

इसे भी पढ़ेंः Nitish Vs Manjhi: नीतीश कुमार के खिलाफ धरने पर बैठे जीतन राम मांझी, कहा- 'माफी मांगें मुख्यमंत्री'

इसे भी पढ़ेंः 'चिराग पासवान और जीतन राम मांझी दलित हैं तो नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगे', सीएम नीतीश को भला-बुरा कहने पर भड़के मंत्री सुरेंद्र राम

इसे भी पढ़ेंः BJP MLA Neeraj Bablu : '80 साल के बुजुर्ग दलित नेता को अपमानित करने वाले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें'

गया में नीतीश का पुतला फूंका.

गया: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस्तीफे की मांग की. हम कार्यकर्ता स्थानीय गांधी मैदान से प्रदर्शन करते हुए समाहरणालय पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के पुतले की चप्पलों से पिटाई की. इस दौरान सड़क पर लोगों की भीड़ जमा हो गई.

गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.
गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.


नीतीश के रवैये से दुखी हैंः कार्यक्रम में शामिल हम के जिलाध्यक्ष नारायण प्रसाद मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ सदन में रवैया किया, उससे हमलोग दुखी हैं. जीतन राम मांझी सदन में आरक्षण बिल पर बोल रहे थे, तभी बीच में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें रोकते हुए तू-तड़ाक की भाषा का प्रयोग किया, जिससे हम सभी लोग आहत है. वर्ष 1980 से जीतन राम मांझी लगातार विधायक हैं और विभिन्न पदों पर रहे हैं.

"जीतन राम मांझी पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं. सीनियर हैं. उनके साथ नीतीश कुमार के द्वारा इस तरह की भाषा का प्रयोग करना उनकी मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है. हमलोग यह मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पद से इस्तीफा दें."- नारायण प्रसाद मांझी, जिलाध्यक्ष, HAM

रिमोट से मांझी को चलाना चाहते थेः नारायण प्रसाद मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार यह कहते हैं कि उन्होंने जीन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया, तो हम यह कहना चाहते हैं कि नीतीश कुमार ने अपने लोभ में उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था. वे लोकसभा का चुनाव हार गए थे और रिमोट से जीतन राम मांझी को चलाना चाहते थे, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया.

गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.
गया में प्रदर्शन करते हम के कार्यकर्ता.

क्या कहा था नीतीश नेः बिहार विधानमंडल में शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. सदन में आरक्षण संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान जब जीतनराम मांझी अपनी बात रख रहे थे तो सीएम नीतीश कुमार अचानक उनपर बिफर पड़े और उन्हें तू-तड़ाक करने लगे. कहा-" 2013 में आपलोगों को जब छोड़ दिये थे और हम अकेले थे. तब इसको मुख्यमंत्री बना दिये. इसके दो महीने बाद ही मेरी पार्टी के लोग बोलने लगे कि यह गड़बड़ है. इसको हटाइये. अब कहता रहता है कि मैं भी मुख्यमंत्री था. अरे क्या मुख्यमंत्री था. वो तो मेरी मूर्खता के कारण तुम मुख्यमंत्री बन गया. अब यह गवर्नर बनना चाहता है. इसको गवर्नर बना दीजिए. आपलोग क्यों नहीं इसको गवर्नर बनवा देते हैं."

इसे भी पढ़ेंः Jitan Ram Manjhi : 'नीतीश के करीबी उनके दुश्मन, खिलाया जा रहा जहरीला पदार्थ', जीतन राम मांझी का बड़ा दावा

इसे भी पढ़ेंः Nitish Vs Manjhi: नीतीश कुमार के खिलाफ धरने पर बैठे जीतन राम मांझी, कहा- 'माफी मांगें मुख्यमंत्री'

इसे भी पढ़ेंः 'चिराग पासवान और जीतन राम मांझी दलित हैं तो नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगे', सीएम नीतीश को भला-बुरा कहने पर भड़के मंत्री सुरेंद्र राम

इसे भी पढ़ेंः BJP MLA Neeraj Bablu : '80 साल के बुजुर्ग दलित नेता को अपमानित करने वाले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.